निवेश के लिए आपके पास ज़्यादा पैसा हो, इसके लिए बचत बढ़ाना ज़रूरी है.इसके लिए अपने ख़र्च पर कड़ी नज़र रखें, ख़ास कर ऐसे ख़र्च पर, जो गैर-ज़रूरी हैं. ऐसे ख़र्चों में कमी करने की कोशिश करें.
हेल्थ इंश्योरेंस ज़रूरी होता है. एक भी बड़ी सेहत की समस्या आर्थिक तौर पर आपको परेशानी में डाल सकती है. अगर परिवार आप पर आर्थिक रूप से निर्भर है तो टर्म लाइफ़ कवर ख़रीदें. साथ ही एक इमरजेंसी फ़ंड भी बनाएं जो कम-से-कम छह महीने का ख़र्च कवर कर सके.
1- आपका फ़ाइनेंशियल गोल क्या है? 2- आप कितने समय के लिए निवेश करना चाहते हैं? 3- आपको किस तरह के विकल्प में निवेश करना चाहिए? 4- आपको कितनी रक़म निवेश करनी चाहिए?
अगर आप अपने तमाम फ़ाइनेंशियल गोल और निवेश की रक़म सही-सही तय नहीं करते हैं तो आप अपने आर्थिक लक्ष्य को हासिल करना मुश्किल हो जाएगा.
अगर आप कोई अहम आर्थिक लक्ष्य भूल जाते हैं तो समय आने पर ज़रूरत पूरी करने के लिए आप अपने दूसरे निवेश से पैसा निकालेंगे. इसीलिए ये बेहद अहम है कि अपनी सभी ज़रूरतों को ध्यान में रख कर निवेश की अवधि और निवेश का सही विकल्प चुनें.
अगर आप विदेश में छुट्टियों के लिए ₹8 लाख जुटाना चाहते हैं. तो इसके लिए इन बातों पर विचार करें - निवेश का समय: 6 से 7 साल. निवेश विकल्प: इक्विटी म्यूचुअल फ़ंड (Mutual Funds) निवेश की रक़म: हर महीने क़रीब ₹10,500.
इस लेख का उद्देश्य निवेश की जानकारियां देना है. ये निवेश की सलाह नहीं है.