किसी के कहने पर निवेश करना और नुक़सान होने पर मार्केट को हमेशा के लिए नमस्ते कह देना. ये एक आम ग़लती है
मार्केट में उतार चढ़ाव लगे रहते है. ऐसे में ज़रूरी है की मार्केट को परखें और सोच-समझकर ही निवेश करें
आमतौर पर नए निवेशक जब निवेश करते हैं, तो उनको मार्केट पर बहुत थोड़ा भरोसा होता है. वे ये सोच कर निवेश करते हैं कि अगर 1-2 साल रिटर्न आया तो ठीक, वरना पैसा लेकर निकल जाएंगे
बड़ी गिरावट होने पर लोग अपना निवेश बेचने लगते हैं और ऐसा करके वो अपने नुक़सान को स्थायी बना लेते हैं
तीन दशकों में मार्केट कई बार गंभीर गिरावट के दौर से गुज़रा है और हर बार वापसी भी की है. ऐसे में बस ज़रूरत है तो मार्केट पर भरोसा रखने की