भले ही धनक में हम लंबे समय के निवेश की बात करते हैं, लेकिन सच तो ये है कि किसी भी निवेश की सफलता तभी तय होती है जब निवेश बेचने पर आपको पैसा वापस मिलता है.
भले ही फ़ंड हाउस, फ़ंड मैनेजर को बदलने से पड़ने वाले असर को कम तवज्जो देते हैं, लेकिन इससे प्रदर्शन पर ख़ासा असर पड़ सकता है.
ज़्यादा रिटर्न के लिए, अपने रेगुलर फ़ंड्स को बेचकर डायरेक्ट फ़ंड में शिफ़्ट करने पर विचार करें. लेकिन पहले, ये जान लें कि क्या आपके पास इन फ़ंड्स को ख़ुद मैनेज के लिए समझ काफ़ी है.
Mutual Fund बेचने का सही समय तब होता है जब आप अपने फ़ाइनेंशियल गोल हासिल करने के क़रीब हों. हालांकि, ये ध्यान रखें कि बाज़ार में उतार-चढ़ाव ज़्यादा होता है इसलिए भी रिस्क हो सकता है.
अगर किसी फ़ंड की रेटिंग्स तेजी से गिरती है तो उसे तुरंत बेच दें.
जब फ़ंड अपना उद्देश्य या स्टाइल बदलता है, तो इस पर ग़ौर करना चाहिए कि क्या अब ये फ़ंड आपके रिस्क प्रोफ़ाइल और गोल से मेल खाता है, या फ़िर उन विकल्पों की तलाश करें जो ऐसा करते हों.
कई निवेशक इस उम्मीद में अपना निवेश बेचने से बचते हैं कि आगे चल कर उनका फ़ंड वापसी कर लेगा. लेकिन ऐसा कभी-कभार ही होता है. इसीलिए, उस फ़ंड को बेचने में ही भलाई है.