Published: 21st Feb 2025
सोना न सिर्फ़ गहनों के लिए ख़रीदा जाता है, बल्कि तमाम लोग इसमें निवेश भी करते हैं. इसकी ख़ास बात ये है कि इसमें निवेश से महंगाई से सुरक्षा और पोर्टफ़ोलियो में स्थिरता भी आती है. चलिए जानते हैं 5 स्मार्ट तरीक़े!
सोने के सिक्के, बिस्किट या गहने ख़रीदना सबसे आम तरीका है. लेकिन इसमें चोरी, टूटफूट और मेकिंग चार्ज का रिस्क होता है.
गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (Gold ETFs) आपको फिजिकल सोना रखे बिना निवेश का मौका देते हैं. ये स्टॉक मार्केट में ट्रेड होते हैं और ये 100% पारदर्शी होते हैं.
अगर आप SIP के ज़रिये सोने में निवेश करना चाहते हैं, तो गोल्ड म्यूचुअल फ़ंड बेस्ट हैं. इसमें आप छोटे अमाउंट से भी शुरुआत कर सकते हैं और रिस्क भी डायवर्सिफ़ाई होता है.
सरकार द्वारा जारी ये बॉन्ड्स न केवल सोने की क़ीमतों के साथ बढ़ते हैं, बल्कि 2.5% सालाना ब्याज भी देते हैं. मैच्योरिटी पर कैपिटल गेन टैक्स भी नहीं लगता. हालांकि, पिछले काफ़ी समय से RBI ने गोल्ड बॉन्ड जारी नहीं किए हैं.
ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म्स पर आप डिजिटल गोल्ड ख़रीद सकते हैं. यहां आपको 99.9% प्योर सोना रियल टाइम रेट पर मिलेगा. हालांकि, प्लेटफ़ॉर्म चार्जेस का ध्यान रखना चाहिए.
– शॉर्ट टर्म के लिए डिजिटल या ETF बेहतर. – लॉन्ग टर्म के लिए SGB पर फ़ोकस करें. – छोटे अमाउंट से निवेश शुरू करने के लिए गोल्ड म्यूचुअल फ़ंड्स चुनें.
सोने में निवेश आपके पोर्टफ़ोलियो में बैलेंस लाता है. लेकिन हर विकल्प के फ़ायदे और रिस्क को समझें. निवेश करते समय अपने फ़ाइनेंशियल गोल्स को ध्यान में रखें.
ये निवेश की सलाह नहीं बल्कि जानकारी के लिए है. अपने निवेश से पहले अच्छी तरह से रिसर्च करें.