Published on: 2nd Apr 2025
सोशल मीडिया पर आपने वो स्क्रीनशॉट देखा होगा — 15.3% XIRR और ढेरों तारीफे़ं. ये देखकर अच्छा लगता है, और होना भी चाहिए. लेकिन ये सिर्फ़ शुरुआत है. एक मज़बूत पोर्टफ़ोलियो की असली ताकत इससे कहीं ज़्यादा होती है — और आप भी वो बना सकते हैं.
जब पोर्टफ़ोलियो हरे रंग में होता है, तो दिल को तसल्ली मिलती है. यही वो वक़्त है जब हम अपने फ़ाइनेंशियल प्लान की बुनियाद मज़बूत बना सकते हैं. ताकि हम सिर्फ़ अच्छे दिनों में नहीं, हर दौर में आत्मविश्वास से खड़े रह सकें.
बाज़ार की रफ्तार तेज़ हो या धीमी, अगर आपने सही तैयारी की है, तो घबराने की ज़रूरत नहीं होती. इमरजेंसी फंड जैसे छोटे लेकिन असरदार कदम ये भरोसा देते हैं कि आपको अपने निवेश से जल्दी में पैसे निकालने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी.
मैंने 6-8 महीने के ख़र्च को लिक्विड फ़ंड में रखा है. इससे मुझे सबसे ज़्यादा रिटर्न नहीं मिलता, लेकिन ये जानकर कि ज़रूरत पड़ने पर मेरे पास तैयार फ़ंड है — ये एक बड़ी जीत है. इससे हर बाज़ार में मेरा आत्मविश्वास बना रहता है.
अगर पूरा पोर्टफ़ोलियो इक्विटी में है, तो बाज़ार की हर हलचल आपको प्रभावित करेगी. लेकिन अगर आपने डेट और इक्विटी का संतुलन बना लिया है, तो आपका सफ़र कहीं ज़्यादा सहज और स्थिर होगा — चाहे बाज़ार ऊपर जाए या नीचे.
मैंने अपने पोर्टफ़ोलियो में हाइब्रिड फ़ंड्स को शामिल किया है — जो इक्विटी और डेट का मिश्रण हैं. साथ ही, मैं समय-समय पर रिबैलेंस भी करता हूं. इससे मेरा पोर्टफ़ोलियो स्थिर रहता है और हर स्थिति में सटीक बना रहता है.
हर पैसा एक जैसा नहीं होता — और हर लक्ष्य के लिए एक ही तरीका काम नहीं करता. जब हम ये समझ जाते हैं, तो हमारे निवेश ज़िंदगी के हर मोड़ पर हमारा साथ निभाते हैं — बिना घबराए, बिना नुकसान में बेचे.
मैंने अपने पैसे को तीन हिस्सों में बांटा है — शॉर्ट टर्म ज़रूरतों के लिए डेट फ़ंड्स, मिड टर्म के लिए हाइब्रिड, और लॉन्ग टर्म वेल्थ के लिए इक्विटी. इससे मुझे हर वक्त साफ़ दिशा मिलती है, और कोई भी फै़सला जल्दबाज़ी में नहीं लेना पड़ता.
इंवेस्टिंग को मैं टेस्ट क्रिकेट की तरह मानता हूं. ये सिर्फ़ तेज़ रन बनाने का खेल नहीं है, बल्कि टिके रहने का हुनर है. हर बॉल पर छक्का नहीं चाहिए — कभी-कभी एक सिंगल ही आपको आगे पहुंचा देता है. और यही सोच पोर्टफोलियो में भी काम आती है.
15% रिटर्न एक बेहतरीन शुरुआत है. लेकिन असली संतुलन तब आता है जब आपका पोर्टफोलियो हर परिस्थिति में साथ निभाता है. अगली बार जब आप किसी का इंप्रेसिव रिटर्न देखें, खुद से पूछिए — "क्या मेरा पोर्टफोलियो भी हर मौसम के लिए तैयार है?" और अगर जवाब हां है, तो आप सही रास्ते पर हैं.
ये निवेश की सलाह नहीं बल्कि जानकारी के लिए है. अपने निवेश से पहले अच्छी तरह से रिसर्च करें.