Published: 24th Feb 2025
– भारतीय बाज़ार की गिरावट: – सेंसेक्स: -11.3% – मिडकैप: -17.8% – स्मॉलकैप: -21.3% – विदेशी निवेशकों के बाहर निकलने का असर
नुक़सान की सबसे ज़्यादा मार: – बैंक ऑफ़ इंडिया स्मॉल कैप: -19.08% (AUM: ₹1,556 करोड़) – कोटक स्मॉल कैप: -19.68% (AUM: ₹16,450 करोड़) – क्वांट स्मॉल कैप: -19.91% (AUM: ₹25,183 करोड़) – आदित्य बिड़ला सन लाइफ़ स्मॉल कैप: -20.35% (AUM: ₹4,585 करोड़) – महिंद्रा मनुलाइफ स्मॉल कैप: -21.65% (AUM: ₹3,541 करोड़)
सबसे टिकाऊ प्रदर्शन: – मोतीलाल ओसवाल स्मॉल कैप: -11.37% (AUM: ₹4,062 करोड़) – क्वांटम स्मॉल कैप: -12.28% (AUM: ₹102 करोड़) – इन्वेस्को इंडिया स्मॉल कैप: -14.61% (AUM: ₹5,905 करोड़) – UTI स्मॉल कैप: -14.91% (AUM: ₹4,351 करोड़) – HDFC स्मॉल कैप: -14.95% (AUM: ₹31,230 करोड़)
– मज़बूत फ़ंड्स ने कमज़ोर फ़ंड्स से बेहतर प्रदर्शन किया – स्मॉलकैप फ़ंड ऊंचे उतार-चढ़ाव के साथ संभावित ऊंचे रिटर्न भी देते हैं
– स्मॉलकैप में पोर्टफ़ोलियो एलोकेशन: 20-25% तक सीमित – 7-10 साल का लंबा निवेश नज़रिया अपनाएं – उतार-चढ़ाव के लिए मानसिक तैयारी ज़रूरी
– डेटा अवधि: 26 सितंबर 2024 से 20 फ़रवरी 2025 – अनालेसिस में केवल एक्टिव फ़ंड्स पर विचार किया गया है
– क्या आपका म्यूचुअल फ़ंड इस लिस्ट में है? – अपनी निवेश रणनीति का पुनर्मूल्यांकन करें – और ज़्यादा जानकारी के लिए विज़िट करें: dhanak.valueresearchonline.com
– स्मॉलकैप में निवेश में रिस्क और रिटर्न का बैलेंस ज़रूरी – लॉन्ग-टर्म का नज़रिया अपनाएं और अपनी ज़रूरत के मुताबिक़ निवेश करने के फ़ैसले समझदारी से करें
ये जानकारी निवेश सलाह नहीं है. – कृपया निवेश से पहले गहरी रिसर्च करें या परामर्श करें