अगर आपको लगता है कि कुछ महीने के लिए SIP रोकने से ज़रूरी ख़र्च पूरे हो सकते हैं या ख़र्चा बढ़ गया है तो SIP रोक देना ही सही फ़ैसला है.
ख़र्च बढ़ गए हैं तो SIP रोक दीजिए
बाज़ार की वजह से, आसपास के माहौल की वजह से तेज़ी के शोर की वजह से आपको कोई फ़ैसला नहीं लेना चाहिए. आप बस अपनी ज़रूरत के हिसाब से अपना एलोकेशन बदलिए.
इन वजहों से SIP न रोकें
SIP में अपनी ज़रूरत के हिसाब से निवेश कीजिए. अगर आमदनी बढ़ जाए तो अपने निवेश की ऱकम को बढ़ा दीजिए. और किसी भी ख़र्च से पहले पैसा निवेश कर दीजिए जिससे अनुशासन बना रहे.
SIP के लिए अनुशासित रहें
आपको निवेश के लिए किसी भी तरह से इधर-उधर दिमाग नहीं दौड़ाना है, की आप ऐसा करेंगे - वैसा करेंगे जैसा कुछ ख़ास नहीं करना है. बस नियमित तौर पर SIP में अपने निवेश को जारी रखिए.
किसी भी तरह के झोल की ज़रूरत नहीं
10 साल बाद जब आपकी बड़ी पूंजी इकट्ठा हो जाए तो उसका 10% निकालिए फिर आपको जहां पैसा लगाना है, कोई भी रिस्क लेना है उस 10% के साथ कीजिए.
10 फ़ीसदी के साथ बड़े खेल
चूंकि 10 साल में पूंजी आपने बड़ी मेहनत से इकट्ठा की है तो उससे कोई छेड़-छाड़ मत कीजिए. वो इसलिए की अगर आप सफ़ल हो जाते है तो इसका आपको फ़ायदा मिले और असफ़ल रहते है तो आपके पास ये जाम की हुई ऱकम है.
इकट्ठा हुई ऱकम से