Published: 08th Aug 2024
SIP की अहमियत इसकी सरलता में है. इसे जटिल बनाने से कुछ हासिल नहीं होगा.
किसी भी प्रोडक्ट में अगर ज़्यादा फ़ीचर होंगे तो उसे बेहतर माना जाएगा. हालांकि, जब ज़्यादा फ़ीचर की बीमारी SIP को प्रभावित करती है, तो बुरा होता है. SIP का अस्तित्व ही निवेश को सरल बनाने के लिए है.
SIP का आइडिया ये है कि आप मार्केट की परवाह किए बिना इक्विटी फ़ंड में एक तय रक़म निवेश करते रहें. जब मार्केट नीचे होता है तो आप ज़्यादा यूनिट ख़रीदते हैं और जब मार्केट ऊपर होता है तो कम यूनिट ख़रीदते हैं.
इस तरह, आमतौर पर आपकी ख़रीद का औसत मूल्य एकमुश्त निवेश की तुलना में कम होता है. इसलिए, जब निवेश को भुनाने का समय आता है, तो ज़्यादा पैसे मिलने की संभावना होती है. बात बस इतनी सी है.
साफ़ है, अगर कोई ऐसी निवेश तकनीक है जिसमें सब कुछ सरल रखना और हर जटिलता से बचना सबसे ज़्यादा फ़ायदेमंद है, तो वो SIP है. दूसरे शब्दों में कहें तो शांत रहें और निवेश करते रहें.