SIP के हिसाब-किताब का कोई ख़ास राज़ नहीं है. जब बाज़ार चढ़ रहा होता है तो आपको कम यूनिट मिलती है और गिरावट आने पर उसी पैसे में आप ज़्यादा यूनिट्स ले सकते हैं.
SIP में ऐसे होता फ़ायदा
जब बाज़ार काहूं नहीं जा रहा होता है तो आप उसी ऱकम में बराबर की यूनिट ख़रीद सकते हैं. SIP कई मायनों में फ़ायदेमंद है.
बाज़ार में शांति रहने पर
कई लोगों का मानना है की SIP इतना कारगर चीज़ है, जिसमें आप छोटी ऱकम से बड़ी पूंजी असानी से बना सकते हैं. वहीं इसमें कुछ भी चीज़े करने पर ज़्यादा रिटर्न कमा सकते हैं.
निवेशकों का मानना
SIP के मामले में जादूगर होना इस लिहाज से है की जब सचमुच में बाज़ार में गिरावट आई हो तो आपको पता होना चाहिए की ये दोबारा से उठेगा.
SIP के मामले में जादूगर होना ज़रूरी है
बाज़ार जब चढ़ा हुआ हो तो पैसे लगाना बंद कर दीजिए. ऱकम गिरावट के दौर में ही लगाए. सस्ता ख़रीदिए महंगा बेचिए.
बाज़ार का सीधा फ़ंडा
कोशिश कीजिए की आपको बाज़ार और फ़ंड की जानकारी हो. यानी ऐसा हो की आप सही साबित हो, नहीं तोआप इंतज़ार करते रह जाएंगे और रेल छूट जाएगी. आप बॉर्डर पर रह जाएंगे.
ऐसा करना तब सही है