रेपो रेट में कटौती: FD, लोन और डेट फंड्स पर क्या असर होगा?

रेपो रेट में कटौती: FD, लोन और डेट फंड्स पर क्या असर होगा? 

Published: 10th Feb 2025

रेपो रेट में कटौती: FD, लोन और डेट फ़ंड्स पर क्या असर पड़ेगा?

7 फ़रवरी 2025 को RBI ने रेपो रेट घटाकर 6.25% कर दी है. इस बदलाव से आपके निवेश और लोन पर क्या असर होगा, चलिए समझते हैं.

रेपो रेट का मतलब क्या है?

रेपो रेट वो रेट है जिस पर RBI बैंक को कर्ज़ देता है. जब ये घटती है, तो बैंक सस्ते लोन देते हैं, डेट फ़ंड्स को फ़ायदा मिलता है और FD पर ब्याज दरें कम हो सकती हैं. इसका असर आपके पैसे पर कैसा पड़ेगा, आइए जानते हैं.

डेट म्यूचुअल फ़ंड्स पर असर

रेपो रेट में कटौती से पुराने बॉन्ड की क़ीमतें बढ़ जाती हैं. इससे डेट फ़ंड्स का रिटर्न बेहतर हो जाता है. लॉन्ग ड्यूरेशन डेट फ़ंड्स को ज़्यादा फ़ायदा होता है क्योंकि इनके पास लंबे समय तक ऊंचा ब्याज देने वाले बॉन्ड होते हैं. शॉर्ट ड्यूरेशन फ़ंड्स में फ़ायदा थोड़ा कम होता है, लेकिन वे ज़्यादा स्थिर होते हैं. अगर आप स्थिरता चाहते हैं, तो शॉर्ट ड्यूरेशन फ़ंड्स एक अच्छा विकल्प हैं.

होम लोन पर असर

अगर आपका होम लोन फ्लोटिंग रेट पर है, तो आपकी EMI घट सकती है. ये कटौती आपके लोन को जल्दी चुकाने में मदद करेगी और ब्याज की कुल लागत को भी कम करेगी. हालांकि, इसका असर तुरंत देखने को नहीं मिलेगा क्योंकि बैंक को इसे लागू करने में समय लग सकता है.

FD पर असर

रेपो रेट में कटौती का मतलब है कि बैंक FD पर ब्याज दरें कम कर सकते हैं. अगर आप FD में निवेश करना चाहते हैं, तो मौजूदा दरों पर जल्दी लॉक कर लें. आगे ब्याज दरें और कम हो सकती हैं, जिससे आपका रिटर्न भी कम हो जाएगा.

FD Vs डेट फ़ंड्स

डेट फ़ंड्स FD से बेहतर विकल्प हो सकते हैं. डेट फ़ंड्स का रिटर्न ज़्यादा होता है और टैक्स का फ़ायदा भी मिलता है. FD पर तुरंत टैक्स देना पड़ता है, जबकि डेट फ़ंड्स पर टैक्स तब तक नहीं लगता जब तक आप पैसा नहीं निकालते. इसके अलावा, डेट फ़ंड्स से पैसा निकालना भी ज़्यादा आसान होता है.

ध्यान रखें

रेपो रेट में बदलाव से आपके निवेश और लोन पर असर ज़रूर पड़ता है, लेकिन इसका असर लंबे समय की प्लानिंग पर नहीं होना चाहिए. अपने फ़ाइनेंशियल गोल्स पर फ़ोकस करें और जल्दबाज़ी में कोई फै़सला न लें. सोच-समझकर निवेश करें और स्थिरता को प्राथमिकता दें.

अब क्या करें?

अगर आप FD में निवेश करना चाहते हैं, तो इसे मौजूदा दरों पर जल्दी से लॉक करें. बेहतर रिटर्न के लिए डेट फ़ंड्स को समझें और उनमें निवेश करने पर विचार करें. EMI घटने से मिलने वाले फ़ायदे का भी पूरा उपयोग करें. निवेश और फ़ाइनेंशियल प्लानिंग से जुड़ी और जानकारी के लिए Dhanak पर जाएं.

Disclaimer ⚠️📢 

📌 यह जानकारी केवल शैक्षिक उद्देश्य के लिए है. 📌 निवेश करने से पहले अपनी रिसर्च करें या फाइनेंशियल एक्सपर्ट से सलाह लें. ✔️ सही जानकारी, सही फैसला!