आम तौर पर, लोग तीन वजहों से परिजनों के नाम पर निवेश करते हैं. आइए, इन पर एक-एक करके विचार करते हैं.
अगर आप अपने जीवन साथी या बच्चे के नाम पर निवेश करते हैं जिसकी कोई इनकम नहीं है, तो इससे होने वाले फ़ायदे पर सबसे कम स्लैब रेट पर टैक्स लगेगा.
सरकार ने इस प्रैक्टिस को रोकने के लिए इनकम टैक्स एक्ट में क्लबिंग (clubbing) के प्रोविजन लागू किए हैं. इसका मतलब है कि आपको अर्जित कुल इनकम पर टैक्स देना होगा.
अगर आप इन्वेस्टमेंट को ट्रांसफर करने की दिक्कतों से बचना चाहते हैं तो सीधे अपने फैमिली मेंबर के नाम पर निवेश करना ही सही है.