Published on: 21st March 2025
रिटायरमेंट के बाद जीवन आरामदायक हो, इसके लिए सही समय पर सही निवेश करना जरूरी है. NPS और म्यूचुअल फ़ंड्स दोनों ही अच्छे विकल्प हो सकते हैं.
NPS (नेशनल पेंशन सिस्टम) एक सरकारी पेंशन स्कीम है, जहां आप रिटायरमेंट के लिए हर महीने एक निश्चित राशि निवेश करते हैं. इससे आपको नियमित पेंशन मिलती है.
म्यूचुअल फ़ंड्स एक निवेश विकल्प है, जिसमें आपका पैसा पेशेवर फ़ंड मैनेजर द्वारा शेयर बाजार, बांड्स, और अन्य सिक्योरिटीज में निवेश होता है.
– टैक्स बेनिफ़िट्स – रिटायरमेंट के बाद पेंशन – सरकारी सुरक्षा NPS एक लंबी अवधि के निवेश के रूप में सुरक्षित विकल्प है.
– लचीलापन (Flexibility) – बेहतर रिटर्न की संभावना – डायवर्सिफ़िकेशन म्यूचुअल फ़ंड्स में निवेश से शेयर बाज़ार के उतार-चढ़ाव का फ़ायदा उठाया जा सकता है.
NPS में एक बार निवेश की गई राशि के साथ जुड़ी लॉक-इन अवधि होती है. इसके अलावा, पेंशन के रूप में जो राशि मिलती है, वह सीमित हो सकती है.
म्यूचुअल फ़ंड्स में रिस्क होता है, ख़ासकर अगर आप शेयर बाज़ार के उतार-चढ़ाव से जूझते हैं. इसका कोई गारंटी रिटर्न नहीं होता.
- NPS: अगर आप लंबी अवधि के लिए सुरक्षित पेंशन चाहते हैं. - म्यूचुअल फ़ंड: अगर आप ज़्यादा रिटर्न के साथ लचीलापन और संभावित रिस्क लेना चाहते हैं.
अगर आप रिटायरमेंट के लिए सटीक और सुरक्षित योजना चाहते हैं, तो NPS एक अच्छा विकल्प हो सकता है. लेकिन अगर आपको लचीलापन चाहिए, तो म्यूचुअल फ़ंड्स पर विचार करें.