Retirement Planning के लिए NPS और EPF में क्या है बेहतर ?

एक पाठक का सवाल

मेरे ऑफिस ने मौज़ूदा EPF स्कीम से NPS में स्विच करने का विकल्प दिया है. मैं अगले साल रिटायर होने वाला हूं और मेरे पास ₹50 लाख PF जमा है. तो NPS और EPF में से कौन सा विकल्प बेहतर है?

दोनों ही अपने आप में हैं बेहतर

नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) और इम्प्लॉइज प्रॉविडेंट फ़ंड (EPF) दोनों ही भारत में रिटायरमेंट प्लानिंग के लोकप्रिय विकल्प हैं. हालांकि, दोनों की फ़ीचर्स और उद्देश्य अलग-अलग हैं.

EPF में है पैसा टैक्स फ़्री

EPF में आपके वेतन से अनिवार्य रूप से कुछ पैसा जाता है, जिसका उद्देश्य एक रिटायरमेंट कॉर्पस या फ़ंड बनाना होता है. इसमें रिटायरमेंट पर मिलने वाला पैसा टैक्स-फ़्री होता है.

NPS में स्विच करने से ख़ास फर्क नहीं

EPF में पैसा जमा कर चुके हैं, तो NPS में स्विच करने से ख़ास फर्क नहीं पड़ेगा. बेहतर होगा कि पहले EPF का पैसा ले लीजिए. फिर, अपने अगले लक्ष्य और ज़रूरतों के आधार पर निवेश करें.

रेगुलर इनकम पाना चाहते हैं

अगर आप अपनी रिटायरमेंट लाइफ़ के दौरान रेगुलर इनकम पाना चाहते हैं, तो इसी लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए निवेश का विकल्प चुनें.

NPS में निवेश करना चाहते हैं

रिटायरमेंट के बाद भी NPS में निवेश करना चाहते हैं, तो आप नौकरी न करते हुए भी ऐसा कर सकते हैं. आप 70 साल की उम्र तक अपनी इच्छा से NPS अकाउंट खोल सकते हैं और निवेश कर सकते हैं.

ये विकल्प फ़ायदेमंद साबित हो सकता है

NPS में आपका पैसा 60 वर्ष की उम्र तक पहुंचने तक लॉक रहेगा. और अगर आप इस उम्र तक अपने निवेश को विड्रॉ या रिडीम नहीं करते हैं तो ये आपके लिए फ़ायदेमंद साबित हो सकता है.

पढ़ने के लिए धन्यवाद!