NCD क्या है? निवेश करते समय इन 3 बातों का रखें ध्यान

NCD के जरिये पैसा जुटाती हैं कंपनियां

Non-convertible debentures: NCD ऐसा फाइनेंशियल इंस्ट्रुमेंट है, जिसे जारी करके कंपनियां पैसा जुटाती हैं. NCD दो तरह के होते हैं- 1) सिक्योर्ड और 2) अनसिक्योर्ड

1. सिक्योर्ड NCD क्या होते हैं

इसमें कंपनी के डिफॉल्ट होने का ख़तरा नहीं होता है. कंपनी की तरफ से पैसा वापस नहीं मिलने पर इन्वेस्टर्स कंपनी की एसेट बेचकर अपना पैसा वसूल सकते हैं.

2. क्या हैं अनसिक्योर्ड NCD

अनसिक्योर्ड NCD सुरक्षित नहीं होते हैं. लिहाज़ा सिक्योर्ड की तुलना में इसमें जोखिम होता है. अगर कंपनी निवेशकों को उनका पैसा लौटा नहीं पाती है तो ऐसे में निवेशकों के लिए पैसा लेना मुश्किल हो सकता है.

निश्चित ब्याज़ दर

इसमें एक तय ब्याज़ दर की पेशकश की जाती है. NCD एक फ़िक्स्ड पीरियड के लिए होता है. मेच्योरिटी पर निवेशकों को ब्याज के साथ मूल रक़म मिलती है. निवेश से पहले 3 बातें रखें ध्यान…

निवेश से पहले ध्यान रखने की बात-1

किसी भी कंपनी के NCD में निवेश के पहले उस कंपनी की स्ट्रेंथ समझ लें. उस कंपनी के बिजनेस मॉडल को समझें कि वो कितना टिकाऊ है.

निवेश से पहले ध्यान रखने की बात-2

NCD में पैसे लगाने से पहले ये पता कर लें कि NCD सिक्योर्ड है या नहीं. सिक्योर्ड NCD में निवेश करते हैं तो निवेशकों को कंपनी के एसेट बेचकर पैसे वसूल सकते हैं.

निवेश से पहले ध्यान रखने की बात-3

NCD में निवेश पर इनकम टैक्स एक्ट,1961 के सेक्शन 80C के तहत छूट नहीं मिलती है.

डिस्क्लेमर

ये लेख/पोस्ट सिर्फ़ जानकारी देने के लिए है, इसे हमारी सलाह न समझें.