Starting Investing: Simple Guide for Beginners | Dhanak

Starting Investing: Simple Guide for Beginners | Dhanak

Published: 25th Feb 2025

निवेश क्या है? 

1. निवेश का मतलब है अपने धन को ऐसे साधनों में लगाना जो समय के साथ बढ़ें.  मिसाल: अगर आप ₹10,000 किसी अच्छा म्यूचुअल फ़ंड चुनकर निवेश करते हैं, तो समय के साथ आपकी पूंजी बढ़ सकती है.

निवेश के फ़ायदे 

1. निवेश से आप न केवल अपने पैसे को बढ़ा सकते हैं, बल्कि फ़ाइनेंशियल सेफ़्टी और फ़ाइनेंशियल फ़्रीडम भी पा सकते हैं.  मिसाल: आर्थिक उतार-चढ़ाव के समय नियम से निवेश जारी रखने से लंबे समय में आपका पोर्टफ़ोलियो धीरे-धीरे बढ़ता रहता है, जिससे आप भविष्य में आप अपने जीवन के ज़्यादा खुल कर और बेहतर फ़ैसले ले सकते हैं.

सही निवेश प्लान ज़रूरी है 

1. पहले अपने लिए फ़ाइनेंशियल गोल तय करें – जैसे कि घर ख़रीदना या बच्चों की पढ़ाई के लिए सेविंग. मिसाल: अगर आपका गोल अपने और अपने परिवार के लिए घर ख़रीदना है, और इसमें अभी 5 या उससे ज़्यादा सालों का समय है तो आप लंबी अवधि वाले और कुछ ज़्यादा रिस्क वाले विकल्प चुनें, जिससे आपका प्लान तेज़ी से अपनी मंज़िल की तरफ़ बढ़ सके.

रिस्क मैनेजमेंट 

1. हर निवेश में कुछ न कुछ जोखिम होते हैं जिन्हें अपने पैसे से रिस्क लेने की क्षमता के मुताबिक़ ही निवेश करना चाहिए.  मिसाल: शेयर बाज़ार में उतार-चढ़ाव एक आम बात है, इसलिए रिस्क को कम करने के लिए आप अपनी पूंजी को अलग-अलग तरह के निवेशों में बांटना चाहिए. इसे डाइवर्सिफ़ाई करना कहते हैं.

डाइवर्सिफ़ाई करने की अहमियत  

अपने पैसे को अलग-अलग तरह के निवेश के तरीक़ों में बांटें.  मिसाल: 40% शेयर, 30% म्यूचुअल फ़ंड, और 30% बॉन्ड में निवेश करने से अगर किसी एक निवेश में नुक़सान हो, तो दूसरे क्षेत्रों से बैलेंस बना रहता है.

निवेश के प्रमुख तरीक़े  

शेयर, म्यूचुअल फ़ंड, बॉन्ड्स और रियल एस्टेट – हर एक साधन का अपना महत्व है.  मिसाल: म्यूचुअल फ़ंड में नियमित निवेश से फ़ंड्स के पेशेवर मैनेजमेंट का फ़ायदा बहुत कम क़ीमत और छोटे या बड़े निवेश में उठाया जा सकता है.

शुरुआत कैसे करें? 

1. "छोटे-छोटे क़दम उठाएं: पहले थोड़ी रक़म से शुरुआत करें, मार्केट की स्टडी करें और एक्सपर्ट सलाह लें.  मिसाल: हर महीने ₹500 की SIP शुरू करके आप धीरे-धीरे बड़ी राशि में बदल सकते हैं.

🚨 डिस्क्लेमर 

ये स्टोरी सिर्फ़ जानकारी के लिए है. किसी भी निवेश से पहले अपनी रिसर्च ज़रूर करें और फ़ाइनेंशियल एडवाइज़र से सलाह लें.