By: Abhijeet Pandey
Published 17 June 2024
नए Investor के तौर पर ये समझना होगा की आप कितना रिस्क उठा सकते हैं? जोखिम उठाने की क्षमता इस बात पर निर्भर करती है कि आपके पास निवेश के लिए कितना समय है.
बिना रिस्क लिए हर महीने बॉन्ड फ़ंड में ₹1500 जैसी रक़म लगाना निवेश शुरू करने का सही तरीक़ा है. इससे कुछ रिटर्न हासिल करने और रक़म जमा करने की आदत बनती है.
अगर कोई चीज ख़रीदना चाहते हैं तो इसके लिए अग्रेसिव हाइब्रिड फ़ंड में निवेश करना बेहतर विकल्प है. इक्विटी मार्केट के तेज़ उतार-चढ़ाव को समझने और इसका फ़ायदा उठाने में समय लगता है.
अग्रेसिव हाइब्रिड फ़ंड में 65:35 इक्विटी टू डेट एलोकेशन होता है. यानी इसमें 65% रक़म इक्विटी में और 35% रक़म डेट में निवेश की जाती है. इससे उतार चढ़ाव का सामना करने और समझने में मदद मिलती है.
डेट पोर्शन निवेश को गिरावट के दौर में सहारा देता है. यानी जब बाज़ार गिरता है तो फ़ंड को बहुत ज़्यादा नुक़सान नहीं होता है.
इस लेख का उद्देश्य निवेश की जानकारियां देना है. ये निवेश की सलाह नहीं है.