By: Abhijeet Pandey
Published 19 June 2024
आमतौर पर सैलरीड लोग होम लोन लेकर ही घर ख़रीदते हैं. आप होम लोन उतना ही लेते हैं जिसकी EMI आसानी से चुका सकें. बाद में इनकम बढ़ने के साथ लगता है कि आप समय से पहले लोन चुका सकते हैं.
फ़ाइनेंशियल प्लानर से अगर ये सवाल करें कि पहले लोन चुकाएं या निवेश करें, तो ज़्यादा संभावना है कि वो आपको बताएगा कि पहले आप लोन चुकाएं. असल में, फ़ाइनेंशियल प्लानर की सलाह सिद्धांतों पर आधारित होती है.
बचत और निवेश करने से पहले अपना लोन चुकाएं. ये बात आमतौर पर सब के लिए सही है और सबको लगभग हमेशा ये बात फ़ॉलो करनी चाहिए. ग़ौर कीजिएगा, मैंने कहा है कि “लगभग हमेशा ”.
क्रेडिट कार्ड लोन चुकाने या बचत करने में से चुनाव करना है तो बिना सोचे आपको पहले क्रेडिट कार्ड लोन चुकाना चाहिए. इसके अलावा कार लोन जैसे मामलों में भी आपको यही करना चाहिए.
इक्विटी फ़ंड में लंबे समय के निवेश से हाउसिंग लोन पर लगनी वाली ब्याज़ के मुक़ाबले ज़्यादा रिटर्न मिल सकता है. बीते 10 साल की अवधि के ज़्यादातर हिस्सों में SIP ने काफ़ी अच्छा रिटर्न दिया है.
हाउसिंग लोन न चुकाने का फ़ायदा ये है कि इस पर ब्याज़ चुकाने पर टैक्स छूट मिलती है. इसमें अब टैक्स छूट के फ़ायदे को जोड़ लें और इसके बाद होम लोन पर लगने वाले ब्याज़ को कैलकुलेट करें तो ये और कम हो जाता है.
घर ख़रीदने से आपका रेंट बचता है. अगर किसी के पास बचत की बड़ी रक़म है और उसे आने वाले समय में इस रक़म की ज़रूरत पड़ सकती है. इसलिए, निवेश करने के बजाए लोन समय से पहले चुकाने का फ़ैसला लिया जा सकता है.
अगर किसी के पास बहुत कम सेविंग है या बिल्कुल ही नहीं है. तो होम लोन की ब्याज़ दर कुछ भी हो, हर हालात में उसे होम लोन जारी रखना चाहिए. हालांकि, इसके साथ उसे थोड़ी बचत भी करनी चाहिए.
आपके पास इतनी बचत तो होनी ही चाहिए, जिससे आप किसी मुश्किल समय का सामना आसानी से कर सकें. यानी आपके पास इमरजेंसी के लिए फ़ंड ज़रूर इकट्ठा होना चाहिए. इस बात पर कोई समझौता नहीं हो सकता है.