इस मामले में अब 31 मार्च 2024 से एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है. रजिस्ट्रार K Fintech और CAMS द्वारा डिस्ट्रीब्यटर्स को भेजे गए कम्युनिकेशन में इससे जुड़ी जानकारी दी गई है.
CAMS और K Fintech के मुताबिक़, इस बदलाव का असर उन लोगों पर होगा जिन्होंने म्यूचुअल फ़ंड KYC के लिए यूटिलिटी बिल, बैंक स्टेटमेंट का इस्तेमाल किया है.
इन लोगों को 31 मार्च तक वैलिड डॉक्युमेंट्स के साथ रिकॉर्ड अपडेट कराना होगा. अगर वैलिड डॉक्युमेंट नहीं दिए तो इन लोगों के ट्रांजैक्शन पर रोक लग सकती है.
आधिकारिक रूप से वैलिड डॉक्युमेंट्स में पासपोर्ट, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी, पहचान पत्र, मनरेगा जॉब कार्ड और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर पत्र शामिल हैं.
इनमें केंद्र-राज्य सरकारों से जारी ID, गजेटेड ऑफ़िसर के पत्र, यूटिलिटी बिल, प्रॉपर्टी टैक्स रसीद, बैंक अकाउंट/पोस्टऑफ़िस अकाउंट स्टेटमेंट, पेंशन-फ़ैमिली पेंशन पेमेंट ऑर्डर शामिल हैं.