Modi और 95% भारतीयों को पसंद FD, लेकिन इससे अच्छे विकल्प भी हैं
चुनाव आयोग के अनुसार, हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी FD के ही दीवाने हैं. इनका 90% एसेट फ़िक्सड डिपॉज़िट (FD) में ही है.
हमारे पास हाल का डेटा नहीं लेकिन 2017 में हुए SEBI के पिछले सर्वे के अनुसार 95% भारतीयों ने अपने पैसों की सुरक्षा के लिहाज़ से FD को प्राथमिकता दी है.
शायद ये सही नहीं है. FD के मुक़ाबले Debt Fund एक बेहतर विकल्प हो सकता है. इसके कारण हम अगली स्लाइड में बता रहे हैं.
1 साल की SBI FD 6.25% रिटर्न दे रही है. वहीं Debt Fund का तमाम कैटेगरीज़ में औसत रिटर्न 6.1 से 7.56% के बीच है.
चूंकि पिछले रिटर्न भविष्य के प्रदर्शन की गारंटी नहीं देते हैं, इसलिए हमने Debt Fund की यील्ड-टू-मेच्योरिटी (YTM) पर ग़ौर किया और जाना कि Debt Fund ने FD के मुक़ाबले बेहतर प्रदर्शन किया है.
Debt Fund में आपको टैक्स पेमेंट टालने की सुविधा मिलती हैं, जहां केवल फ़ंड बेचने पर ही फ़ायदे पर टैक्स लगता है. वहीं, FD में ब्याज़ पर सालाना टैक्स लगता है.
Debt Fund ज़्यादा लिक्विडिटी और बिना पेनल्टी के शुरुआती निकासी की सुविधा देते हैं.
Debt Fund ब्याज़ दरों में कमी से भी लाभ उठा सकते हैं. कई Debt Fund में निवेश स्ट्रेटजी एक्टिव होती है, इसलिए वे गिरती या चढ़ती दरों के आधार पर अपने पोर्टफ़ोलियो में बदलाव कर सकते हैं.