नए नियम फ़ाइनांस के इन्फ़्लूएंसरों और ब्रोकरों के बीच पैसों का लेनदेन रोकेंगे. पर क्या इससे और भी कुछ रुक पाएगा?
‘फ़िनफ़्लुएंसर’ का मतलब है फ़ाइनांस+इन्फ़्लुएंसर. यानी, सोशल मीडिया पर फ़ाइनांस को लेकर लोगों को प्रभावित करने वाले लोग.
सेबी-रजिस्टर्ड इंटरमीडियेरी /रेग्युलेटेड संस्थाओं और गैर-पंजीकृत संस्थाओं (फ़िनफ़्लुएंसर सहित) के बीच पैसों या दूसरी तरह के लेनदेन पर रोकने के लिए SEBI ने नियम बना दिए हैं.
नए नियम कहते हैं, 'बोर्ड द्वारा रेग्युलेट होने वाली संस्थाएं या उनके एजेंट, सलाह देने वालों से किसी भी तरह का कोई संबंध नहीं रखेंगे. इसमें पैसे या उससे जुड़ा कोई लेनदेन, किसी ग्राहक का रेफ़रल आदि शामिल होंगे.
निवेश की सलाह देने वाले किसी भी व्यक्ति को कोई पैसा नहीं मिल सकता, या स्टॉक ब्रोकर या ट्रेडिंग प्लेटफ़ॉर्म और बाज़ार के दूसरे सहभागियों या किन्हीं दूसरी सेबी-रेग्युलेटेड संस्थाओं के साथ उसका संबंध नहीं हो सकता.
असल में नियम बनाना और उन पर निगरानी रखना एक लंबी कहानी होगी. इंटरनेट पर निवेश से जुड़ी जो भी चीज़ें देखतें हैं उस पर असल में कोई असर पड़ता है या नहीं, ये कहानी तो और भी लंबी होगी.