Published: 3rd March 2025
बैन कैपिटल, मणप्पुरम फ़ाइनेंस में निवेश करने वाला है. इससे कंपनी के शेयर की क़ीमत बढ़ सकती है, लेकिन क्या इससे असल दिक्क़तें हल होंगी?
गोल्ड की क़ीमतें बढ़ने से गोल्ड लोन कंपनियों को फ़ायदा होता है. लेकिन क्या मणप्पुरम इस मौक़े का सही फ़ायदा उठा रही है?
मुथूट फ़ाइनेंस और मणप्पुरम दोनों ही गोल्ड लोन बिज़नेस में हैं. फिर भी, मणप्पुरम की वैल्यू कम क्यों है? इसका जवाब इसके बिज़नेस मॉडल में छिपा है.
मुथूट लंबे समय के लिए लोन देता है, जिससे कस्टमर जुड़े रहते हैं. मणप्पुरम सिर्फ़ 3 महीने के लिए लोन देता है, जिससे कस्टमर को बार-बार नए प्रॉसेस से गुज़रना पड़ता है.
मणप्पुरम के छोटे लोन की वजह से इसका खर्च़ ज़्यादा होता है, क्योंकि इसे बार-बार नए लोन देने पड़ते हैं. दूसरी तरफ़, मुथूट के लॉन्ग-टर्म लोन से ख़र्च कम होता है.
मुथूट 135 साल पुरानी कंपनी है, जिससे लोग ज़्यादा भरोसा करते हैं. मणप्पुरम अभी भी लोगों की नज़र में वैसा भरोसा नहीं बना पाई है.
मणप्पुरम का बिज़नेस मॉडल ऐसा है कि इसे बार-बार गोल्ड की नीलामी करनी पड़ती है. इससे कस्टमर को परेशानी होती है और वो दोबारा लोन लेने से बचते हैं.
अब बैंक भी गोल्ड लोन दे रहे हैं और उनकी ब्याज दरें मणप्पुरम जैसी कंपनियों से कम हैं. ऐसे में, लोग NBFC की जगह बैंकों से लोन लेना पसंद कर रहे हैं.
मणप्पुरम अब माइक्रोफ़ाइनेंस बिज़नेस में भी आ गया है, लेकिन इसमें गोल्ड लोन के मुक़ाबले ज़्यादा रिस्क है. RBI भी इस पर सख़्त नज़र रख रहा है.
कंपनी के मैनेजमेंट और गवर्नेंस पर भी सवाल उठ चुके हैं. CEO से जुड़े विवाद और लीडरशिप में कमी से निवेशकों की चिंता बढ़ गई है.
अगर बैन कैपिटल सिर्फ़ पैसे लगाकर बैठा रहता है, तो कोई बड़ा बदलाव नहीं आएगा. लेकिन अगर वो कंपनी के कामकाज में सुधार करता है, तो इसका असर ज़रूर दिख सकता है.
मणप्पुरम की क़ीमत तब तक नहीं बढ़ेगी, जब तक इसकी असली समस्याएं हल नहीं होतीं. निवेशकों को बैन कैपिटल के अगले क़दमों का इंतज़ार करना चाहिए.
शेयर बाज़ार में क़ीमतें सिर्फ़ निवेश से नहीं, बल्कि बिज़नेस में सुधार से बढ़ती हैं. क्या मणप्पुरम अपने बिज़नेस मॉडल को सही कर पाएगा?
मुथूट और मणप्पुरम दोनों इस सेक्टर में बड़े नाम हैं, लेकिन टिके रहने के लिए मणप्पुरम को बड़ी स्ट्रैटेजी बनानी होगी.
याद रखें, निवेश एक गंभीर फ़ैसला है. सही जानकारी और प्लानिंग से ही बेहतर कल की शुरुआत होती है. इस लेख का उद्देश्य निवेश से जुड़ी जानकारी देना है, निवेश से पहले एक्सपर्ट की राय ज़रूर लें.