Published: 12th Feb 2025
क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करंसी है, जो इंटरनेट पर ट्रांज़ैक्शन के लिए इस्तेमाल होती है. इसे कोई सरकार या बैंक नहीं कंट्रोल करता.
हाल के सालों में क्रिप्टोकरेंसी की लोकप्रियता बढ़ी है. बहुत से लोग इसे नए निवेश विकल्प के रूप में देख रहे हैं. लेकिन क्या ये सही है?
क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट बहुत उतार-चढ़ाव वाला है. इसका मूल्य तेज़ी से बढ़ सकता है, लेकिन उतनी ही तेज़ी से गिर भी सकता है. इसमें रिस्क ज़्यादा है.
भारत में अभी तक क्रिप्टोकरेंसी को लेकर स्पष्ट नियम नहीं हैं. ये अनरेग्युलेटेड है, और सरकार किसी भी वक़्त कोई नई नीति लागू कर सकती है जिसका इससे मिले फ़ायदे पर असर पड़ सकता है.
हालांकि कुछ निवेशकों को अच्छा रिटर्न मिला है, मगर ये किसी को भी निवेश करने से पहले पूरी जानकारी और समझ के साथ करना चाहिए.
सिर्फ एक अच्छा रिटर्न चाहने के बजाय, SIPs और Mutual Funds में निवेश करना लंबे समय के दौरान ज़्यादा फ़ायदेमंद हो सकता है. ये स्थिर और सुरक्षित विकल्प होते हैं.
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना रिस्की हो सकता है. अगर आप लंबे समय के दौरान बड़ी वैल्थ बनाने के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो SIPs और Mutual Funds को चुनेंं तो बेहतर होगा.
ये केवल जानकारी के लिए है. निवेश से जुड़ी किसी भी सलाह के लिए, कृपया एक वित्तीय विशेषज्ञ से मार्गदर्शन प्राप्त करें.