IRDAI ने Insurance से जुड़े नियमों में एक अहम बदलाव किया है. इनमें PED यानी पहले से मौजूद बीमारियों को कवर करने के समय को कम करना दिया है.
कई लोग Health Insurance लेते समय बीमारियों का ख़ुलासा नहीं करते हैं. इस वजह से कई बार Health Insurance Claim रिजेक्ट हो जाता है. यही वजह है कि अब प्रपोजल फ़ॉर्म भरना ज़रूरी हो गया है.
Insurance लेते वक्त चार साल पहले तक की बीमारियों को भी मौजूदा बीमारियों में शामिल किया जाता था. लेकिन अब इसे बदलकर 3 साल कर दिया है. इसलिए अब Health Insurance लेते समय प्रपोजल फ़ॉर्म भरना ज़रूरी हो गया है.
जब कोई व्यक्ति Health Insurance लेता है तब उसे Proposal Form भरना होता है. इसमें उस व्यक्ति को हेल्थ से जुड़ी डिटेल और पिछले 3 साल के दौरान हुईं बीमारियों की जानकारी भरनी होती है.
Proposal Form में Health Insurance लेने वाले व्यक्ति को पिछले 3 साल में हुई थायराइड, हाई ब्लड प्रेशर, अस्थमा, डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारियों का उल्लेख करना होगा.
Health Insurance लेते वक्त अगर कोई शख़्स बीमारी का उल्लेख नहीं करता है और बाद में Insurance कंपनी को इसका पता चलता है तब कंपनी प्रीमियम की रक़म को बढ़ा देती या फिर क्लेम रिजेक्ट कर देती हैं.