FY24 में देश 3.7 करोड़ नए डीमैट अकाउंट खोले गए. भारत में डीमैट अकाउंट खोलना अब कुछ घंटों का काम हो गया है, लेकिन इसे बनाए रखने के लिए 3 बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है.
फ़ंड बैलेंस नियमित रूप से चेक करें और अपने डीमैट अकाउंट को लॉग इन करके बोनस शेयर और डिविडेंड पेमेंट के बारे में जानकारी रखना ज़रूरी है.
अगर लगातार 12 महीने तक डीमैट अकाउंट में कोई ट्रेड (ख़रीदना और बेचना) नहीं होता है, तो अकाउंट इनएक्टिव हो सकता है. इसे फिर से एक्टिव करने के लिए दोबारा से फ़ॉर्म भरना होगा.
कुछ ब्रोकर डीमैट अकाउंट के सालाना रखरखाव के लिए फ़ीस लेते हैं. इसलिए, AMC को भुगतान करने के लिए कुछ रक़म की ज़रूरत होती है. अकाउंट में रक़म न होने पर ब्रोकर आपके अकाउंट को ब्लॉक कर सकता है.
पिछली स्लाइड में बताई गई बातों का ख़ास ध्यान रखें और समय समय पर अपना अकाउंट चेक करते रहें. पूरी जानकारी के बाद ही निवेश के बारे में विचार करें.