Published: 31st Aug 2024
By: Value Research Dhanak
जब तक कोई फ़ंड निवेश के सभी पैमानों पर खरा उतरे, तब तक किसी छोटी AMC के फ़ंड में निवेश करने में कोई हर्ज़ नहीं
वैल्यू रिसर्च में, हम किसी म्यूचुअल फ़ंड के साथ भेदभाव नहीं करते. हम इस बात की परवाह नहीं करते कि ये दुनिया के सबसे बड़े फ़ंड हाउस से आता है या किसी छोटी भारतीय AMC से, जो इस काम में सबसे नई है.
हमारी स्टार रेटिंग में, हमें रेटिंग और AMC के साइज़ के बीच कोई संबंध नहीं दिखता है. यक़ीन मानिए, छोटी AMC के फ़ंड के बड़ी या पुरानी AMC के फ़ंड से बेहतर प्रदर्शन करने की संभावना कम नहीं है.
अधिकांश निवेश सलाहकार और विश्लेषक शुरुआत ये कहकर करते हैं कि वे केवल X करोड़ से ऊपर के फ़ंड या केवल टॉप पांच AMC या केवल उन AMC पर विचार करते हैं जो X करोड़ से ज़्यादा का प्रबंधन करते हैं. इसका तर्क वो कभी नहीं समझाते.
निवेशक ऐसे बयानों को पढ़ते हैं और छोटी AMC के खिलाफ़ मन में पूर्वाग्रह बनाते हैं. अब, फ़ंड्स के रेग्युलेटर, सेबी ने भी इस मामले में दखल दिया है और व्यावहारिक रूप से घोषित किया है कि छोटी AMC 'नॉन-सीरियस' हैं.
हमारी राय में, इसमें से कुछ भी सच नहीं है. अंत में, इस चलन के कारण निवेशक हार जाते हैं क्योंकि वे छोटे फ़ंड हाउस के अच्छे फ़ंड पर विचार न करके विकल्पों का दायरा छोटा कर देते हैं.