Published on: 3rd Apr 2025
क्या आप भी यह सोचते हैं कि PPF की ब्याज दर 15 साल के लिए तय रहती है और उसमें कोई बदलाव नहीं होता? इस स्टोरी में हम आपको बताएंगे कि क्या PPF की ब्याज दर स्थिर रहती है और इसे कैसे कैलकुलेट किया जाता है.
PPF की ब्याज दर स्थिर नहीं रहती. यह दर हर तिमाही में सरकारी फैसलों के आधार पर बदलती है. दरअसल, PPF का ब्याज देश की मौजूदा आर्थिक स्थिति, सरकारी नीतियों, और बाज़ार की दरों से प्रभावित होता है. इसलिए, यह ब्याज दर कई बार 15 साल के भीतर बदल सकती है.
पिछले एक दशक में PPF की ब्याज दर में काफी बदलाव देखा गया है. यह दर 8.7% से घटकर 7.1% हो चुकी है. इससे पहले, ये दर 8.5%, 8.1% और 7.9% भी रही थी. इन बदलावों का असर आपके निवेश पर पड़ता है, जिससे आपको अपनी योजना के बारे में समय-समय पर जानकारी रखना जरूरी होता है.
PPF में ब्याज की गणना हर महीने की 5वीं तारीख से लेकर महीने के अंत तक आपके खाते के सबसे कम बैलेंस पर की जाती है. इसका मतलब है कि अगर आपने महीने के शुरुआत में पैसा जमा किया है, तो उसका पूरा ब्याज आपको मिलेगा, लेकिन अगर आपने 5 तारीख़ के बाद पैसा जमा किया है, तो उस पर ब्याज नहीं मिलेगा.
अगर आप ज्यादा ब्याज प्राप्त करना चाहते हैं, तो हर महीने की 5वीं तारीख से पहले अपनी राशि जमा करें. उदाहरण के तौर पर, अगर आपने 1 तारीख को ₹10,000 जमा किए हैं, तो उस पर पूरे महीने का ब्याज मिलेगा. यही नहीं, हर तिमाही की शुरुआत में ब्याज दर में बदलाव हो सकता है, इसलिए ये टिप्स आपको ज्यादा रिटर्न दिला सकते हैं.
मान लीजिए, आपके PPF खाते में 1 अप्रैल को ₹5 लाख जमा हैं, और आप 10 अप्रैल को ₹50,000 और जमा करते हैं. इस स्थिति में, अप्रैल महीने के लिए ब्याज केवल ₹5 लाख पर ही कैलकुलेट किया जाएगा क्योंकि आपने 5 तारीख़ के बाद राशि जमा की. यदि आप ₹50,000 पहले जमा करते, तो ब्याज ₹5.5 लाख पर कैलकुलेट होता और आपको ज्यादा रिटर्न मिलता.
ज्यादा ब्याज पाने के लिए, हमेशा अपनी जमा राशि को 5 तारीख़ से पहले जमा करें. उदाहरण के तौर पर, अगर आपने ₹50,000 5 तारीख़ से पहले जमा किए होते, तो ब्याज ₹5.5 लाख पर कैलकुलेट होता, जिससे आपको अधिक रिटर्न मिलता. इस तरह से छोटी सी बात आपके लाभ को बड़ा बना सकती है!
PPF पर मिलने वाला ब्याज पूरी तरह से टैक्स-फ्री होता है, जो इसे एक बेहतरीन निवेश विकल्प बनाता है. न केवल आपकी जमा राशि पर आपको अच्छा ब्याज मिलता है, बल्कि उस पर कोई टैक्स भी नहीं लगता. इससे आपकी कुल बचत पर और भी ज्यादा फायदा होता है, खासकर जब आप लंबे समय तक निवेश करते हैं.
ये निवेश की सलाह नहीं बल्कि जानकारी के लिए है. अपने निवेश से पहले अच्छी तरह से रिसर्च करें.