Published: 17th Oct 2024
By: Value Research Dhanak
मैंने हाल में अपने Equity Fund से ₹15 लाख निकाले हैं और मैं इसे अब Debt Fund में निवेश करना चाहता हूं. क्या एक बार में निवेश करना सही है या मुझे दो-तीन साल की SIP करनी चाहिए?
₹15 लाख जैसी बड़ी रक़म डेट फ़ंड में निवेश करने के लिए है, जहां एकमुश्त (lump sum) निवेश करना ठीक है. इसमें SIP की कोई ज़रूरत नहीं है.
SIP उन एसेट क्लास में निवेश का एक तरीक़ा है जो बहुत अस्थिर होते हैं, जिससे आपके निवेश को एक निश्चित समय पर भारी गिरावट देखने को मिल सकती है. SIP का पूरा कॉन्सेप्ट एक बड़ी गिरावट से ठीक पहले अपने पैसे का एक बड़ा हिस्सा निवेश करने की संभावना से बचना है.
डेट मार्केट में उतना उतार-चढ़ाव नहीं होता है कि आपको होल्डिंग की कॉस्ट कम करने की ज़रूरत हो. यही वजह है कि इनमें SIP निवेश की कोई ज़रूरत नहीं है.
वैल्यू रिसर्च के CEO धीरेंद्र कुमार के मुताबिक़, जब ब्याज़ दरें बढ़ती हैं तो डेट फ़ंड्स का रिटर्न कम हो जाता है और जब इंटरेस्ट रेट गिरता है तब डेट फ़ंड्स का रिटर्न बढ़ता है.
Debt Funds में जो आपको रिटर्न मिल रहा है, उस पर आपको टैक्स नहीं देना होता है. Debt Funds निवेश से पैसा निकालने पर ही टैक्स लगता है.
ये पोस्ट निवेश से जुड़ी जानकारी देने के लिए है. इसे निवेश की सलाह न समझें.
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