Published: 21st Feb 2025
📌 एक्टिव और पैसिव फ़ंड्स का सही मिश्रण कैसे बना सकता है आपका निवेश बेहतरीन?
✅ कम लागत - एक्टिव फ़ंड्स की तुलना में सस्ते ✅ मार्केट परफ़ॉर्मेंस को ट्रैक करने की क्षमता ✅ पारदर्शिता और आसान निवेश रणनीति 📢 क्या आपका पोर्टफ़ोलियो भी इंडेक्स फ़ंड्स को शामिल करता है?
नहीं! 💡 एक्टिव फ़ंड्स अब भी ख़ास सेगमेंट्स में बेहतर रिटर्न दे सकते हैं. 🔍 मिड-कैप और स्मॉल-कैप सेगमेंट में छुपे होते हैं ग्रोथ के मौक़े!
💡 सिर्फ इंडेक्स फ़ंड्स लेना ही समाधान नहीं है! ✅ बेस्ट अप्रोच: कोर-सैटेलाइट रणनीति 🎯 बेस मज़बूत करने के लिए इंडेक्स फ़ंड्स और अधिक रिटर्न के लिए एक्टिव फ़ंड्स का इस्तेमाल करें!
🔹 कोर: 50-60% इंडेक्स फ़ंड्स (Nifty 50/Sensex) 🔹 सैटेलाइट: एक्टिव फ़ंड्स (मिड और स्मॉल-कैप में) 📊 यह रणनीति कम लागत में हाई परफ़ॉर्मेंस का मौक़ा देती है!
✅ इंडेक्स फ़ंड्स – लो ट्रैकिंग एरर वाले चुनें ✅ एक्टिव फ़ंड्स – बेहतर रिटर्न और कम रिस्क देने वाले मैनेजर चुनें 📈 रिसर्च करें और लॉन्ग-टर्म परफ़ॉर्मेंस देखें!
📌 हर 6-12 महीने में पोर्टफ़ोलियो रिव्यू करें 📊 एक्टिव फ़ंड्स के बेंचमार्क से तुलना करें ⚖️ इंडेक्स फ़ंड्स के ट्रैकिंग एरर पर नज़र रखें ⏳ डिसिप्लिन ही बेहतर रिटर्न का रास्ता है!
✅ कम लागत में बेहतर रिटर्न ✅ मार्केट उतार-चढ़ाव में संतुलन ✅ लॉन्ग-टर्म वेल्थ क्रिएशन 📌 क्या आपने इस रणनीति को अपनाया है?
🔹 इंडेक्स + एक्टिव फ़ंड्स का सही बैलेंस ही सक्सेस की चाभी है. 🔹 रिसर्च करें, परफ़ॉर्मेंस ट्रैक करें और धैर्य बनाए रखें. 📢 एक स्मार्ट निवेशक बनने का समय अब है!
📌 अपने पोर्टफ़ोलियो की समीक्षा करें! 📌 कोर-सैटेलाइट अप्रोच अपनाएं! 📌 निवेश में अनुशासन बनाए रखें! 📢 इस रणनीति को अपनाकर अपने निवेश को नई ऊंचाइयों तक ले जाएं! 🚀
ये पोस्ट जानकारी और समझ बढ़ाने में मदद करने करने के लिए है निवेश की सलाह नहीं. निवेश के फ़ैसले से पहले गहराई से सिसर्च करें.
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