Published: 01st Aug 2024
By: Dhanak Value Research
लंबे समय के निवेश कई कारणों से इतने संवेदनशील होते हैं कि रिटर्न का अंदाज़ा लगाना दूर की कौड़ी होता है
लोग अक्सर जानना चाहते हैं कि वो अपने निवेश से एक करोड़ रुपये कैसे बना सकते हैं. अगर आप किसी भी एक इक्विटी म्यूचुअल फ़ंड के रिटर्न को एक उदाहरण मान लेते हैं, तो ऐसे सवालों के जवाब देना आसान हो जाएगा.
हालांकि, एक करोड़ कोई फ़िक्स्ड गोल नहीं है - जब तक आपके पास एक करोड़ आएंगे, तब तक ये एक करोड़ नहीं रह जाएंगे. असल में, हम महंगाई पर ध्यान दिए बिना ही लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट का रिटर्न कैलकुलेट करते हैं.
भविष्य में देखें, तो इस शानदार एक करोड़ को काफ़ी बदलने की ज़रूरत होगी. अगले 20 साल में महंगाई दर औसत 5% रही, तो आज के ₹1 करोड़ के बजाए ₹2.65 करोड़ की ज़रूरत होगी. यानी कैलकुलेशन बदल जाएगी.
असल में, लंबे समय में क्या होगा ये पता करने की कोशिश ही बेकार है. 20 साल जैसे लंबे समय में कंपाउंडिंग का असर ख़ासे अलग नतीजे दे सकता है, जिससे सारा गुणा-भाग दूर की कौड़ी हो जाएगा.
असली ख़तरा ये है कि अति-उत्साह के साथ शुरुआत करना और लक्ष्य पाने से पहले ही निवेश छोड़ देना ख़तरनाक है. तो लंबे समय के लिए जितना हो सके बचत करें. निवेश की शुरुआत जितनी जल्दी हो सके, कर दें.