Joel Greenblatt को दुनिया के सबसे सम्मानित निवेशकों में से एक माना जाता है. वो अपनी क़िताबों के लिए भी मशहूर हैं, जिनमें इनकी ‘यू कैन बी ए स्टॉक मार्केट जीनियस’ भी शामिल है.
Efficient market hypothesis के अनुसार, सार्वजनिक तौर पर मौजूद सभी जानकारियों की क़ीमत पहले से तय होती है. दूसरे शब्दों में, वैल्यू डिस्कवरी एक फ़िजूल का काम है. ग्रीनब्लाट भी इस बात से काफ़ी चकित रहे.
ग्रीनब्लाट का मानना है कि वैल्यू इन्वेस्टिंग का खास पहलू किसी कंपनी को पूरी तरह देखना है, न कि बस एक मार्केट के एक अंग के तौर पर.
ग्रीनब्लाट का कहना है कि मोमेंटम स्ट्रैटजी ख़ासी चलन में है. हो सकता है कि ये पहले की तरह काम न करे. हालांकि, आपको इस सवाल का जवाब शायद ही मिले कि आपको इंतज़ार करना चाहिए या नहीं?
पैसा न खोने की कोशिश ग्रीनब्लाट के फ़ंड का पहला उद्देश्य है. ग्रीनब्लाट ने उन कंपनियों में बड़ी पोज़िशन नहीं ली जहां पैसा 10 से 20 गुना बढ़ सकता था. बल्कि वहां पोज़िशन ली जहां उन्हें पैसों का नुक़सान नहीं होगा.
Charlie Munger का हवाला देते हुए ग्रीनब्लाट ने कहा अगर आपके पास अब तक की सबसे बेहतरीन पोज़िशन है और आपने उसमें दो फ़ीसदी पैसा लगाया है या उसे चौगुना कर दिया है तो ये बेवकूफ़ी भरा निवेश है.
कंपनी का मैनेजमेंट बिज़नस को बना सकता है या बिगाड़ सकता है. “अगर वे पूंजी के अच्छे एलोकेटर रहे हैं, तो हम मान सकते हैं कि वो ऐसा आगे भी करते रहेंगे. अगर वो बुरे एलोकेटर हैं, तो आशंका है कि ऐसे ही चलता रहेगा.”
जैसा कि ग्रीनब्लाट कहते हैं, सब्र की क़ीमत, वैलुएशन के महत्व को समझना और ये जानना कि शॉर्ट टर्म में मार्केट का कोई मतलब नहीं होगा, निवेश की सफलता के लिए सबसे ज़रूरी है.
ये पोस्ट सिर्फ़ एक बानगी है. पूरी जानकारी के लिए हमारे धनक “वर्ड्स वर्थ” आर्टिकल को पढ़ें. अगली स्लाइड में इसका लिंक दिया गया है.