कई फ़ंड इकट्ठा होने से सबसे बड़ी समस्या ये होती है कि इससे आपका निवेश कई फ़ंड में फैल जाता है. अगर आप एक इंडेक्स फ़ंड होल्ड कर रहे हैं, जो कभी अच्छा तो कभी कुछ ख़राब प्रदर्शन करता है.
सबसे पहले तो आप ये तय कीजिए कि आपका पैसा 5-10 साल के लिए इक्विटी में लगा रहेगा. इसके लिए आप देखिए कि आपके पास कौन से अच्छे फ़ंड हैं, जो अच्छी तरह से डायवर्सिफ़ाइड हों.
इस तरह के फ़ंड या तो बहुत अच्छा या बहुत ख़राब प्रदर्शन कर रहे होते हैं. और जब वो अच्छा प्रदर्शन कर रहे होते हैं तो शायद आपने उसी समय वे फ़ंड लिए होते हैं.
आपको गिरते और बढ़ते बाजार के दौर में अच्छा प्रदर्शन करने वाले फ़ंड होल्ड करने चाहिए. जिनका प्रदर्शन ऐसा न हो, उनसे दूर रहें.
अच्छे फ़ंड का पता लगाने के लिए 3 महीने, 1 साल या 3 साल के प्रदर्शन पर मत जाइए. एक अच्छा फ़ंड वही होता है जो गिरते बाजार में कम गिरे और चढ़ते बाजार में अच्छी भागीदारी करे.
फ़ंड्स की संख्या कम कर लेने के बाद आपको एसेट अलोकेशन और रिबैलेंसिंग पर ध्यान देना चाहिए. शुरुआत के 2-4 साल में इस बारे में न सोचें, क्योंकि उस समय आप पैसा इकट्ठा कर रहे हैं.
आप एसेट अलोकेशन करें. 4-5 साल के बाद आप एसेट अलोकेशन तय कीजिए. अभी भी अगर 5-10-15 साल के लिए इन्वेस्ट कर रहे हैं तो कम पैसा फ़िक्स्ड इनकम में और ज़्यादा पैसा इक्विटी में लगाना चाहिए.
ज़्यादा जानकारी के लिए आप “फ़ंड बेसिक” आर्टिकल देख सकते है. पूरी जानकारी के बाद ही प्लान पोर्टफ़ोलियो क्लीन करने का प्लान करें.
इस लेख का उद्देश्य फ़ंड निवेश की जानकारियां देना है हमारी रेकमेंडेशन न समझें.