IRDAI ने हेल्थ इंश्योरेंस में एज लिमिट और बढ़ा दी है. साथ ही गंभीर बीमारियों और पहले से मौजूद बीमारियों के लिए वेटिंग पीरियड में कमी की है, आजीवन पॉलिसी रिन्यूअल, आयुष ट्रीटमेंट, एक्सटेंडेड कवरेज भी शामिल हैं.
Health Insurance लेते समय, उम्र और सेहत जैसे फ़ैक्टर्स पर ग़ौर करना चाहिए. आपको अलग-अलग प्लान और कवर से जुड़ी पूरी जानकारी होनी चाहिए. साथ ही वेटिंग पीरियड, एक्सक्लूशन पर भी ध्यान देना चाहिए.
Health Insurance में वेटिंग पीरियड अब सभी के लिए 36 महीने तक सीमित कर दिया है. हालांकि कुछ सीनियर सिटीज़न प्लान गंभीर बीमारियों और पहले से मौजूद स्थितियों के लिए कम से कम 12 महीने की वेटिंग पीरियड देती हैं.
Insurance कंपनी Health Insurance पॉलिसी के लिए प्री-मेडिकल टेस्ट के लिए कहती है. पहले से मौजूद बीमारियों को कंपनी के मेडिकल रिकॉर्ड में ज़रूर दर्ज कराएं. इससे क्लेम रिजेक्ट होने से बच सकते हैं.
एक मॉड्यूलर प्लान आपको अपनी पसंद की पॉलिसी चुनने की सुविधा देता है. इसमें केवल उसी के लिए भुगतान करना पड़ता है जिसकी आपको ज़रूरत है.
मॉड्यूलर प्लान में कवरेज को कस्टमाइज़ कर सकते हैं. इसके अलावा, इनपेशेंट ट्रीटमेंट, आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक ट्रीटमेंट के लिए मेडिकल कॉस्ट को भी Insurance की रक़म में कवर करते हैं.
ऐसे Health Insurance प्लान का चुनाव करें जो हेल्थ इन्फ्लेशन के साथ तालमेल रखने के लिए सालाना बीमा की रक़म को बढ़ाने की सुविधा देता हो. इससे बढ़ती मेडिकल कॉस्ट से बचा जा सकता है.