लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के लिए म्यूचुअल फ़ंड कैसे चुनें?

Published:  18th Nov 2024

By: Value Research Dhanak

लंबे समय के निवेश का सही चुनाव करने के लिए कुछ ज़रूरी बातों पर ग़ौर करना चाहिए.

एक पाठक का सवाल  

क्या आप मुझे लंबी अवधि के लिए म्यूचुअल फ़ंड चुनते समय ध्यान रखने वाली एक चेकलिस्ट बनाने में मदद कर सकते हैं? मैं केवल पिछले प्रदर्शन पर निर्भर नहीं रहना चाहता. 

सिर्फ़ बाते प्रदर्शन पर निर्भरता सही नहीं! 

म्यूचुअल फ़ंड निवेश करते सिर्फ़ केवल पिछले प्रदर्शन पर ग़ौर करना सही नहीं है. इससे सिर्फ़ उन लोगों को फ़ायदा होता है जिन्होंने उस प्रदर्शन के पहले निवेश किया था.  

फ़ंड का मार्केट में प्रदर्शन 

पिछले प्रदर्शन की असली बात इसे समझने में है कि फ़ंड ने बढ़ते हुए और गिरते हुए, दोनों तरह के मार्केट में कैसा प्रदर्शन किया और फ़ंड कितनी जल्दी मंदी से उबर पाया. 

फ़ंड के प्रदर्शन की तुलना 

पता लगाएं कि फ़ंड ने लंबी और मध्यम अवधि में उसी कैटेगरी के दूसरे विकल्पों के मुक़ाबले कैसा प्रदर्शन किया है. छोटी अवधि के प्रदर्शन में (इक्विटी फ़ंड के लिए एक साल से कम) आम​​तौर पर उपयोगी नहीं होता.

बेहतर रिटर्न की तलाश करें 

किसी फ़ंड का लॉन्ग टर्म रिटर्न तेज़ी वाले बाज़ार में थोड़ा ज़्यादा बढ़ने और गिरावट वाले बाज़ार में थोड़ा कम गिरने की क्षमता से प्रेरित होता है. जो फ़ंड इस संतुलन को नहीं बना सकता, उसका रिटर्न आपको निराश कर सकता है. 

फ़ंड मैनेजर का ट्रैक रिकॉर्ड देखें 

फ़ंड मैनेजमेंट में निरंतरता का होना बहुत ज़रूरी होता है. चेक करें, क्या फ़ंड के प्रदर्शन को उसी मैनेजर की स्ट्रैटजी के लिए ज़िम्मेदार ठहराया जा सकता है. अगर मैनेजर ने फ़ंड छोड़ दिया है, तो ये एक ख़तरा हो सकता है. 

इस बात को समझिए  

अपनी निवेश स्ट्रैटजी में बने रहिए, गिरावट के दौरान घबराहट से बचिए और नियमित रूप से निवेश करना जारी रखिए. यहां तक ​​कि गिरावट वाले बाज़ार में भी.