Debt Fund को फ़िक्स्ड इनकम का अच्छा विकल्प माना जाता है. ये इक्विटी से कम जोख़िम भरे और फ़िक्स्ड इनकम से कुछ बेहतर रिटर्न देने के लिए जाने जाते हैं. देखें ये 5 अहम बातें…
फ़ंड के एसेट का कम रेटिंग के पेपर में एक्सपोज़र से आपके लिए रिस्क बढ़ जाता है. ऐसे फ़ंड में निवेश करें, जिनका कम से कम 75-80% पैसा सॉवरिन या टॉप-रेटेड पेपर में लगा हो.
ऐसे फ़ंड अच्छे माने जाते हैं, जो औसत मेच्योरिटी रेंज 2 से 5 साल या उसके आसपास रखते हैं. इस रेंज को ज़्यादा खींचने वाले फ़ंड फ़िक्स्ड इनकम इन्वेस्टर के लिए उतार-चढ़ाव वाले हो सकते हैं.
इस बात से भी सावधान रहना चाहिए कि बहुत ज़्यादा इंडिविजुअल बॉन्ड या इशुअर्स पर ही केंद्रित न हों. एक ही जगह केंद्रित होने के रिस्क के चलते कुछ डेट फ़ंड को डिफ़ॉल्ट की स्थिति में चले गए थे.
आपको ऐसे फ़ंड को प्राथमिकता देनी चाहिए जिसमें एक ही फ़ंड मैनेजर, टॉप की पोज़िशन पर पिछले कई साल से हो, और इसलिए एक लंबे समय में फ़ंड के प्रदर्शन के लिए ज़िम्मेदार हो.
फ़ंड का ख़र्च हमेशा से फ़ंड के चुनाव में महत्वपूर्ण रहा है, क्योंकि ज़्यादा एक्सपेंस रेशियो लंबी अवधि में आपके रिटर्न का बड़ा हिस्सा ख़त्म कर सकता है.