स्टॉक एक्सचेंज पर गोल्ड बॉन्ड कैसे ख़रीदें?

बैच में जारी होते हैं सॉवरिन गोल्ड बॉन्ड

SGB हर साल की ख़ास तारीख़ों पर, बैच में जारी किए जाते हैं, जिन्हें 'क़िश्त' कहा जाता है. इन गोल्ड बॉन्ड्स का मेच्योरिटी पीरियड आमतौर पर आठ साल होता है.

हम SGB कहां से ख़रीद सकते हैं?

आप SGB तब ख़रीद सकते हैं, जब भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) उन्हें जारी करेगा. इन्हें बैंकों और चुने हुए पोस्टऑफ़िस से ख़रीदा जा सकता है.

SGB ख़रीदने का कोई बेहतर तरीक़ा?

आपको नए SGB के लिए RBI की पहल का इंतज़ार करने की ज़रूरत नहीं है. आप जब चाहें इन्हें स्टॉक एक्सचेंजों (BSE या NSE) से आसानी से ख़रीद सकते हैं.

SGB के लिए डीमैट अकाउंट ज़रूरी है

इसके लिए आपको बस एक Demat Account चाहिए. ध्यान रखें कि आप इसे कहीं से भी ख़रीदें, हर वित्त-वर्ष में अधिकतम 4 किलोग्राम SGB ही ख़रीद सकते हैं,

स्टॉक एक्सचेंज से ख़रीदने का फ़ायदा

SGB को स्टॉक एक्सचेंज से ख़रीदने पर आप छूट पा सकते हैं. एक्सचेंज पर लागत कम है, क्योंकि एक्सचेंज पर ख़रीदारों की तुलना में बेचने वाले ज़्यादा हैं.