अगर आप सीधे इक्विटी स्टॉक में निवेश करते हैं, तो डिविडेंड डायरेक्ट आपके बैंक अकाउंट में ट्रांसफ़र हो जाता है. साथ ही, बोनस इश्यू आपके डीमैट अकाउंट में ट्रांसफ़र हो जाते हैं.
इक्विटी-ओरिएंटेड म्यूचुअल फ़ंड को कभी-कभार उन ख़ास कंपनियों से डिविडेंड और बोनस इश्यू मिल जाता है जिसमें उन्होंने निवेश किया होता है.
इक्विटी-ओरिएंटेड म्यूचुअल फ़ंड को डिविडेंड कैश के तौर पर मिलता है. इसका पेमेंट आपके बैंक अकाउंट में नहीं किया जाता. इसके चलते फ़ंड का AUM और NAV बढ़ जाता है.
IDCW प्लान को लेकर निवेशक अक्सर कन्फ़्यूज़ हो जाते हैं कि क्या इसका इस्तेमाल डिविडेंड का भुगतान के लिए किया जाता है. इसमें, फ़ंड के मुनाफ़े का एक हिस्सा डिविडेंड डिस्ट्रिब्यूट करने के लिए किया जाता है.
इस लेख का उद्देश्य निवेश जानकारियां देना है. ये निवेश की सलाह नहीं है.