क्या ये निवेश करने का सही समय है? जल्दबाज़ी की प्रतिक्रिया से धैर्य हमेशा बेहतर होता है
हाल में Narendra Modi ने कहा कि 4 जून को Election result आने के साथ Share Market नए रिकॉर्ड बनाएगा. ये सुनते ही 'tips' पर ज़िंदा रहने वाली ट्रेडरों की एक ख़ास नस्ल अचानक जोश में भर गई है.
ये हास्यास्पद है कि कैसे एक बयान इतना उन्माद पैदा कर सकता है. याद रखना चाहिए कि निवेश 100 मीटर की तेज़ रफ़्तार दौड़ नहीं, बल्कि एक मैराथन है जहां धीमा और स्थिर मन वाला व्यक्ति खेल जीत जाता है.
हमें याद रखना चाहिए कि 'भविष्य' कोई ख़ास दिन, या कोई एक हफ़्ता या कोई एक महीना नहीं है. वास्तविक भविष्य कई साल और कई दशक में फैला हुआ है.
फ़ायेदमंद Investment की यात्रा में, कड़ी मेहनत से नहीं बचना ही अच्छा रहता है. एक सोची-समझी रणनीति बनाएं, सावधानी से निवेश चुनें, Portfolio में डाइवर्सिटी लाएं और धैर्य को अपना साथी बनाएं.
ये नज़रिया न केवल रिस्क कम करता है बल्कि कंपाउंडिंग का फ़ायदा भी देता है. एक ही दिन में कुछ नहीं मिलता है और उस असली वैल्थ कई बरस में तैयार होती है. आइए दिनों का नहीं, बल्कि बरसों का लक्ष्य बनाएं.