Published 04th July 2024
जेनेरिक दवा बनाने वाली कंपनी एमक्योर फ़ार्मास्यूटिकल्स 1981 में वुजूद में आई. ये कंपनी अलग-अलग हेल्थ सेक्टरों में जेनेरिक दवाइयां, इंजेक्शन वाली दवाइयां और एक्टिव फ़ार्मास्यूटिकल इनग्रडेंट (API) बनाती है.
कुल IPO साइज़ (करोड़ ₹ में) 1952 ऑफर फॉर सेल (करोड़ ₹) 1152 नए इशू (करोड़ ₹) 800 प्राइस बैंड (करोड़ ₹) 960 - 1008 सब्सक्रिप्शन डेट July 3-5, 2024 इशू का उद्देश्य रिपेयमेंट ऑफ डेट
19060 नेट वर्थ (करोड़ ₹) 3752 प्रमोटर होल्डिंग (%) 78.3 प्राइस/अर्निंग रेशियो (P/E) 36.1 प्राइस/बुक रेशियो (P/B) 5.1 मार्केट-कैप (करोड़ ₹)
EBIT-- अर्निंग बिफ़ोर इंटरेस्ट एंड टैक्स PAT -- प्रॉफ़िट आफ़्टर टैक्स
मुख्य आंकड़े 2 साल की ग्रोथ (% सालाना) FY24 FY23 FY22 रेवेन्यू (करोड़ ₹) 6.6 6658 5986 5855 EBIT (करोड़ ₹) -8.1 917 921 1085 PAT (करोड़ ₹) -13.3 528 562 703 नेट वर्थ (करोड़ ₹) 21.9 2952 2501 1988 कुल डेट (करोड़ ₹) 2.6 2335 2334 2217
3Y average (%) FY24 FY23 FY22 ROE (%) 23.8 16.9 21.2 33.2 ROCE (%) 23.7 19.4 22 29.7 EBIT मार्जिन (%) 15.9 13.8 15.4 18.5 डेट टू इक्विटी - 0.7 0.9 1 रेशियो
ROE -- रिटर्न ऑन इक्विटी ROCE -- रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड
लीडरशिप: एमक्योर की घरेलू बाज़ार में मज़बूत मौजूदगी है. ये स्त्री रोग और HIV एंटीवायरल थेरेप्यूटिक्स में मार्केट लीडर है
वर्टिकल इंटीग्रेशन: कंपनी अपने वर्टिकल इंटीग्रेशन की बदौलत ऑपरेशन की कार्यकुशलता का फ़ायदा लेती है. ये अपने आप ही API बनाती है, जिसका इस्तेमाल तैयार खुराक़ के प्रोडक्शन में किया जाता है.
कड़ी प्रतिस्पर्धा: एमक्योर बिना पेटेंट वाले प्रॉडक्ट बनाती है, जिनके बाज़ार लाने के लिए कोई बड़ी मुश्किल नहीं होती. इसलिए, कंपनी को कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ता है.
सख़्त रेगूलेटरी ज़रूरत: फार्मा कंपनियां घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों ही बाज़ारों में बहुत सख़्त रेग्युलेटरी माहौल में काम करती हैं.
ये लेख IPO से जुड़ी जानकारी देने के लिए है. इसे निवेश की सलाह न समझें. ज़्यादा जानकारी के लिए अगली स्लाइड में दिए गए लिंक पर जाएं और धनक के “IPO अनालेसिस” आर्टिकल को पढ़ें.