रोलिंग रिटर्न और ट्रेलिंग रिटर्न में क्या है अंतर?

क्या है ट्रेलिंग रिटर्न

ट्रेलिंग रिटर्न दो तारीख़ों के बीच रिटर्न कैलकुलेट करता है. इसे पॉइंट-टू-पॉइंट रिटर्न के तौर में भी जाना जाता है क्योंकि इसमें आप शुरुआत की तारीख़ और आख़िरी तारीख़ के बीच का प्रदर्शन देखते हैं.

क्या है रोलिंग रिटर्न

रोलिंग रिटर्न विशेष अवधि का औसत सालाना रिटर्न होता है. ये एक तरह से दैनिक, साप्ताहिक या मासिक जैसे अंतराल पर कैलकुलेट किया गया ट्रेलिंग रिटर्न होता है. ये फ़ंड के प्रदर्शन की एक बड़ी तस्वीर दिखाता है.

ट्रेलिंग रिटर्न के नुक़सान

ट्रेलिंग रिटर्न का नुक़सान ये है कि ये पूरी तस्वीर नहीं दिखाता. अगर आपने चुनिंदा रूप से सबसे कम NAV वाली शुरुआती तारीख़ और सबसे ज़्यादा NAV वाली आख़िरी तारीख़ ली है, तो ये एक अच्छा रिटर्न दिखाता है.

चुनाव करना काफ़ी मुश्किल

ट्रेलिंग रिटर्न अगर अच्छा रिटर्न दिखा रहा है तो इसका मतलब ये नहीं कि फ़ंड ने बाक़ी दिनों में भी अच्छा प्रदर्शन किया हो. निवेशक के लिए ऐसे दिनों का चुनाव बहुत मुश्किल होता है और इनके बीच भारी अंतर भी हो सकता है.

ज़्यादा जानकारी के लिए

इस पोस्ट में कुछ हद तक जानकारी मुहैया कराई गई है. पूरी जानकारी के लिए हमारे धनक “लर्निंग” आर्टिकल को पढ़ें. अगली स्लाइड में उसका लिंक दिया गया है.

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