RBI के अनुसार, मार्च 2023 तक ₹42,272 करोड़ लावारिस पड़े हैं. इन बिना दावों वाले बैंक डिपॉज़िट्स में ऐसे सभी बचत और करंट अकाउंट आते हैं जो 10 साल से ज़्यादा समय से निष्क्रिय हैं.
बैंक आमतौर पर अपनी वेबसाइट में ऐसे अकाउंट की लिस्ट पब्लिश करते हैं जिनपर दावा नहीं किया गया है, पर UDGAM के ज़रिये इसे एक जगह पर देखा जा सकता है.
UDGAM पोर्टल पर जाएं और अपना रजिस्ट्रेशन करें. लॉग इन करने के बाद, उस अकाउंट होल्डर का नाम टाइप करें जिसके बारे में आप जानना चाहते हैं. पक्का करें कि ये नाम बैंक रिकॉर्ड से मेल खाता हो.
इनमें से एक पहचान एंटर करें - PAN, वोटर ID कार्ड नंबर, ड्राइविंग लाइसेंस नंबर, पासपोर्ट नंबर या जन्म तिथि - और 'Search' पर क्लिक करें.
अगर PAN, वोटर ID कार्ड नंबर, ड्राइविंग लाइसेंस नंबर आदि में से कुछ नहीं है तो तो 'Show additional criteria' पर क्लिक करें और एड्रेस एंटर करें (स्क्रीनशॉट देखें).
अगर वो शख्स सर्च करने पर मिल जाता है, तो 'Export PDF' पर क्लिक करें. PDF में व्यक्ति का नाम, एड्रेस, बैंक और UDRN नंबर के साथ पूरी जानकारी मिल जाएगी. इससे क्लेम की प्रक्रिया आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी.
किसी भी तरह की भूल से बचने के लिए साल में कम से कम एक बार निवेश की जांच करें. इस तरह, आप अपनी मेहनत से कमाई गई पूंजी पर नज़र रख सकते हैं, जिस पर पहला हक़ सिर्फ आपका है.