उदाहरण के लिए, जो इंडेक्स फ़ंड निफ़्टी या सेंसेक्स को ट्रैक करते हैं, वो उनमें शामिल स्टॉक्स में इंडेक्स में स्टॉक के वेट के रेशियो के बराबर निवेश करते हैं.
कोई भी शख्स इंडेक्स फ़ंड में ठीक उसी तरह निवेश कर सकता है, जैसे म्यूचुअल फ़ंड में निवेश किया जाता है. इनमें SIP के ज़रिए ऑटोमैटिक तरीक़े से निवेश करना संभव है.
इंडेक्स फ़ंड के लिए लो एक्सपेंस रेशियो और ट्रैकिंग एरर दो अहम फ़ैक्टर हैं. इन पर ख़ास ध्यान रखने की ज़रूरत होती है.
दरअसल, ये फ़ंड इंडेक्स की नकल करते हैं और इसमे फ़ंड मैनेजर की भूमिका सीमित होती है. इसलिए, एक्टिव फ़ंड्स की तुलना में इनका एक्सपेंस रेशियो कम होता है.
फ़ंड हमेशा किसी इंडेक्स की गतिविधियों से मेल नहीं खा सकते, जिससे ट्रैकिंग संबंधी एरर होती हैं. इसलिए, कम से कम ट्रैकिंग एरर वाला फ़ंड ही ठीक है.
कंज़रवेटिव इक्विटी निवेशक जो लार्ज कैप के साथ बने रहना चाहते हैं, वे लार्ज-कैप Index Fund में निवेश कर सकते हैं. कई इंडेक्स फ़ंड्स ने लॉन्ग-टर्म में एक्टिव लार्ज-कैप फ़ंड्स को मात दी है.
ज़्यादातर फ़िनटेक प्लेटफ़ॉर्म Index Fund की पेशकश करते हैं. इनमें आप महज ₹500 से निवेश की शुरुआत कर सकते हैं.