Published: 12th July 2024
भले ही आपके पास इमरजेंसी फ़ंड है, लेकिन और पैसे की ज़रूरत पड़ जाए तो क्या करेंगे? क्या निवेश को बेच देंगे? बिल्कुल नहीं! ऐसे में म्यूचुअल फ़ंड की कंपाउंडिंग रुक जाएगी और आपकी पूरी मेहनत बेकार हो जाएगी.
अचानक इमरजेंसी आ जाने पर 2 स्थिति हैं. एक तो जिसमें पैसा वापस ना आने कि गुंजाइश है या फिर 1-2 महीने में पैसे का इंतज़ाम हो सकता है. ऐसे में आपके पास एक विकल्प है Mutual Fund से लोन. ये बेहद आसान भी है.
Equity Funds से 45-50% तक लोन लिया जा सकता है. Debt Fund से 70-80% तक लोन लिया जा सकता है. तत्काल पैसे की ज़रूरत पड़ने पर ये विकल्प बेहद आसान और कोई झंझट भी नहीं होती.
हालांकि, Mutual Fund से लोन उसी स्थिति में लोन लेना चाहिए, अगर आप 1-2 महीने में पैसा लौटा सकते हैं. नहीं तो गिरावट की स्थिति में आपके पोर्टफ़ोलियो पर इसका ख़ासा असर पड़ सकता है.
अगर अपने 45% का लोन लिया हुआ है और इस दौरान बाज़ार में गिरावट आती है तो लेंडर आफसे और मार्जिन की मांग करेगा. अगर आप उस मार्जिन को नहीं चुकाते हैं तो आपके निवेश को बेचा जा सकता है.
ये लेख निवेश / लोन से जुड़ी जानकारी देने के लिए है. इसे निवेश की सलाह न समझें. ज़्यादा जानकारी के लिए अगली स्लाइड में दिए गए लिंक पर जाएं.