रिटायरमेंट के लिए जल्दी बचत और निवेश काफ़ी होगा या नहीं ये सवाल काफ़ी डरावना हो सकता है. जानना चाहते हैं कि कैसे आप रिटायरमेंट के बाद की ज़रूरत को कैलकुलेट करें, तो आगे पढ़िए.
आज ख़र्च ₹50,000 महीना है, तो 60 साल उम्र में ₹46.11 लाख सालाना चाहिए (मंहगाई दर औसत 6% मानी, तो हर 12 साल में ख़र्च डबल हो जाएगा). आज के पैसे की वैल्यू 35 साल बाद इतनी नहीं रहेगी.
अगर ₹2 करोड़ जमा किए, तो ऐसा लग सकता है कि ये बड़ी रक़म है. पर नहीं, रिटायरमेंट के पहले साल में ₹48.8 लाख की ज़रूरत होगी (₹46.1 लाख + 6% मंहगाई दर).
1-साल के अंत में, ₹1.51 करोड़ बचेंगे. अगर 7% सालाना रिटर्न मिला, तो साल के अंत में ₹1.62 करोड़ होंगे. 2-साल में ₹51.8 लाख की ज़रूत होगी, और 3-साल का ख़र्च ₹54.9 लाख होगा!
तो, ये साबित हो गया कि ख़र्च के लिए पैसा निकालने का रेट, ₹2 करोड़ की पूंजी से मिलने वाला ब्याज से ज़्यादा होगा. और क़रीब 4-साल में ही सारा पैसा ख़त्म हो जाएगा.
रिटायरमेंट के बाद 30 साल का पैसा चाहिए, और 7% का रिटर्न मिलने पर, और 6% की महंगाई दर से आराम की ज़िंदगी के लिए आपको ₹12.5 करोड़ की ज़रूरत होगी (सालाना ख़र्च का 27 गुना).
मौजूदा सालाना खर्च में, रिटायरमेंट के बचे हुए साल के हिसाब से 6% सालाना महंगाई दर जोड़ें, और नतीजे को 25 से 27 गुना कर दें. ये आपकी ज़रूरत का रिटायरमेंट कॉर्पस के पास होगा.