1. सही कैटेगरी चुनें

इक्विटी फ़ंड्स में, लार्ज-कैप, मिड-कैप, स्मॉल-कैप, मल्टी-कैप, थीमैटिक जैसी कई कैटेगरी हैं. जो लोग ज़्यादा रिटर्न के लिए थोड़ा रिस्क ले सकते हैं, उन्हें मिड और स्‍माल-कैप फ़ंड चुनना चाहिए. नहीं, तो लार्ज-कैप में निवेश करें

2. लंबे समय के दौरान रिटर्न

इक्विटी फ़ंड को चुनते समय अक्‍सर निवेशक बड़ी ग़लती करते हैं. वो फ़ंड का सिर्फ़ पिछले 4-5 महीने का रिटर्न ही देखते हैं. मगर फ़ंड चुनते वक़्त आपको पिछले 5 या 10 साल का रिटर्न देख कर फ़ैसला करना चाहिए.

3. फ़ंड का मैनेजमेंट

आपको फ़ंड मैनेजर पर ग़ौर करना चाहिए. अगर फ़ंड मैनेजर कई साल से फ़ंड मैनेज कर रहा है, तो ये अच्‍छी बात है. एक अनुभवी फ़ंड मैनेजर जानता है कि मुश्किल समय में फ़ंड कैसे संभाला जाए.

4. निवेश का ख़र्च

लंबे समय में, फ़ंड के एक्‍सपेंस आपके रिटर्न में बड़ा अंतर पैदा कर सकते हैं. फ़ंड का ख़र्च चेक करें. हालांकि, फ़ंड चुनने के लिए कुछ दूसरे फ़ैक्टर्स भी हैं, जिन पर ग़ौर करना चाहिए.