Published: 11th July 2024
लंबे समय से Fixed Deposits ऐसे लोगों की पसंद रहे हैं, जो बिल्कुल भी जोख़िम नहीं उठाना चाहते हैं. भले ही उन्हें रिस्की विकल्पों की तुलना में कम रिटर्न ही क्यों न मिले. हालांकि, Bank FD के नुक़सान भी हैं. हम यहां इसकी 4 कमियां बता रहे हैं.
FD के रिटर्न को ब्याज़ से मिलने वाली आमदनी माना जाता है जो आपकी सालाना इनकम में जुड़ जाती है. तो इस पर आपके टैक्स स्लैब के हिसाब से टैक्स लगेगा.
FD का ब्याज़ तय सीमा से ज़्यादा होने पर बैंक 10% TDS काटते हैं. सीनियर सिटीज़न के लिए ये लिमिट ₹50 हजार और 60 साल से कम उम्र के लोगों के लिए ₹40,000 है.
मेच्योरिटी पर FD का पैसा 1-2 दिन में मिल जाता है, लेकिन अगर FD की मेच्योरिटी से पहले पैसे निकाले जाएं तो पेनल्टी देनी होती है.
FD के मुक़ाबले, डेट फ़ंड में ज़्यादा फ़ायदा नज़र आता है. डेट फ़ंड में जल्दी पैसे निकालने पर पेनल्टी नहीं होती और रिटर्न भी बराबर या कुछ ज़्यादा होता है.