निवेशकों को सोने में थोड़ा इन्वेस्ट करना चाहिए क्योंकि आपका अधिकतर पैसा या इक्विटी में लगा होता है या डेट - फ़िक्स्ड इनकम या फ़िक्स्ड डिपॉजिट में लगा होता है इसका उससे जुड़ाव नहीं है.
सोना अपना ground hold कर पाता है बड़ी अनिश्चितता में भी सोने का दाम उस तरह से collapse नहीं करता है जैसे कभी-कभी इक्विटी का गिरता है या डेट का गिरता है.
पिछले कुछ दिनों से एक नया dimension add हुआ है बहुत सारे सेंट्रल बैंक अब डॉलर रखने के बजाय सोना hold कर रहे हैं. रिज़र्व बैंक भी, चाइनीज़ सेंट्रल बैंक भी, और कुछ और सेंट्रल बैंक भी बड़ी भारी तादात में पहले डॉलर hold करते थे, अब सोना hold कर रहे हैं
भारतीय रिज़र्व बैंक, चाइनीज़ सेंट्रल बैंक और कुछ और सेंट्रल बैंक बड़ी भारी तादात में पहले डॉलर hold करते थे, अब सोना hold कर रहे हैं. जिस वजह से सोने के दाम में ख़ासा बढ़ोतरी हुई है.
पिछले 8-10 साल में अगर हम देखें तो सोने का ठीक-ठाक रिटर्न रहा है इस हर उतार-चढ़ाव के बावजूद यह आपको फ़िक्स्ड इनकम जैसा रिटर्न दे पाया है.
गोल्ड का unrelated होना इक्विटी और डेट से, यह मुझे लगता है कि अच्छा advantage है यह आपके लिए अच्छा रिस्क कम करने का एक strategy, एक विकल्प हो सकता है