मार्च 2021 में लिस्टिंग के बाद से इस कंपनी ने सालाना 69% रिटर्न दिया है. और इसका रेवेन्यू FY2021 से अभी तक 29% की दर से बढ़ा है. वहीं, FY2021 से अभी तक मुनाफ़ा 153% बढ़ा है
कंपनी का कुल क़र्ज़ FY20 के ₹3590 करोड़ की तुलना में आधे से भी ज़्यादा घटकर FY24 के पहली छमाही में ₹1563 करोड़ रह गया है
केरल के ज्वेलर्स का RoCE FY21 के 7% से बढ़कर FY24 की दूसरी तिमाही में 19.2% हो गया है. नोट: कंपनी की ओनरशिप वाले सभी नए शोरूमों का RoCE 25% से ज़्यादा है
1993 में कंपनी का केरल में सिर्फ़ एक शोरूम था, जिनकी संख्या FY24 की दूसरी तिमाही में बढ़कर 175 स्टोर हो गई है. उसके 56% स्टोर गैर दक्षिण भारतीय राज्यों में हैं
FY22 से फ्रैंचाइज़ ओन्ड, कंपनी-ऑपरेटेड (FOCO) मॉडल अपनाने से पूंजी का बेहतर इस्तेमाल सुनिश्चित हुआ है. इस मॉडल के तहत 55 स्टोर चल रहे हैं.
भारत में ज्वेलरी की ख़पत के लोकल नेचर को समझते हुए, कल्याण ने अपने डिज़ाइन को स्थानीय प्राथमिकताओं के हिसाब से बनाया है
ऑर्गनाइज़ ज्वेलरी सेक्टर में इसकी हिस्सेदारी 2025 में 40% के स्तर तक पहुंचने की संभावना है. 2020 में ये 32% के स्तर पर थी
कल्याण को टाइटन जैसी दिग्गज और स्थानीय कंपनी के साथ कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ता है. स्टॉक 69.5 गुने P/E पर ट्रेड कर रहा है, जिसके चलते ये महंगा नज़र आता है