म्यूचुअल फ़ंड निवेशकों को टैक्स के बारे में ज़्यादा जानने की ज़रूरत 

Published: 15th Aug 2024

पैसे बचाने पर एक कार्टूनिस्ट की ज़बरदस्त सलाह

By: Value Research Dhanak

डिल्बर्ट कॉमिक्स के लेखक स्कॉट एडम्स की फ़ाइनेंशिल प्लानिंग पर लिखी ‘किताब’ हर बचत करने वाले के सवालों का जवाब है

87 शब्दों की किताब

कार्टूनिस्ट स्कॉट एडम्स ने निवेश पर 'Everything You Need to Know About Financial Planning' शीर्षक से एक किताब लिखी, जो महज 87 शब्दों की है. ये नंबर पूरी किताब के शब्दों का है, उसके पेज का नहीं.

पढ़िए पूरी किताब

पूरी किताब इस तरह है: एक वसीयत बनाएं. अपने क्रेडिट कार्ड का भुगतान करें. अगर आपको परिवार का ख़र्च उठाना है तो टर्म लाइफ़ इंश्योरेंस लें. अगर ख़र्च उठा सकते हैं तो एक घर ख़रीदें. इसमें और भी काफ़ी कुछ है.

एडम्स के व्यंग्य की कुछ अहम बातें…

एडम्स ने कुछ बेहतरीन कॉमिक स्ट्रिप्स बनाई हैं. एक स्ट्रिप में, एक दुष्ट पात्र डॉगबर्ट ने फ़ंड लॉन्च करने की स्कीम के बारे में बताया, "हम वित्तीय सेवाओं के खेल में उतर रहे हैं. हमारे सभी उत्पाद काल्पनिक हो सकते हैं."

फ़ंड्स के प्रदर्शन के दावों पर ज़बरदस्त तंज़…

फिर डॉगबर्ट कहता है, "हम 10 म्यूचुअल फ़ंड शुरू करेंगे, जिनमें से हरेक में बेतरतीब ढंग से चुने गए स्टॉक होंगे. बाद में, हम अपने विज्ञापन उसी पर बनाएंगे जो पूरी तरह से संयोग से सबसे अच्छा प्रदर्शन करेगा."

लोगों के आम व्यवहार पर एडम्स की टिप्पणी…

अगली स्ट्रिप में, एक बिज़नस चैनल पर इंटरव्यू में डॉगबर्ट से एक एंकर पूछता है, "आपका फ़ंड दशक का सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला रहा. आपने ऐसा कैसे किया." डॉगबर्ट एक दर्शक से कहता है, "ये आदमी आपकी दी हुई कोई भी चीज़ पढ़ लेगा."

एडम्स का अंतिम वाक्य…

साफ़ है, स्कॉट एडम्स की समझ सिर्फ़ ऑफ़िस लाइफ़ तक ही सीमित नहीं है. इसीलिए, अपनी पुस्तक के अंत वाक्य में एडम्स ने कहा कि बचत का 70% इक्विटी फ़ंड में और 30% फ़िक्स्ड-इनकम फ़ंड में निवेश करें.

क्या करें आप, जानें एडम्स की ज़ुबानी…

अगर आप असल में ऐसा करते हैं, तो आपको दोनों के रिटर्न को ट्रैक और इसे रीबैलेंस करना होगा. 70% इक्विटी और 30% का ये विभाजन लगभग वैसा ही है जैसा कि भारत में बैलेंस्ड फ़ंड देते हैं. इसलिए बस दो या तीन बैलेंस्ड फ़ंड चुनिए.

क्या करें आप, जानें एडम्स की ज़ुबानी…

अगर आप असल में ऐसा करते हैं, तो आपको दोनों के रिटर्न को ट्रैक और इसे रीबैलेंस करना होगा. 70% इक्विटी और 30% का ये विभाजन लगभग वैसा ही है जैसा कि भारत में बैलेंस्ड फ़ंड देते हैं. इसलिए बस दो या तीन बैलेंस्ड फ़ंड चुनिए.