Travel Insurance कराने की 6 बड़ी वजह

By: Abhijeet Pandey

Published 06 June 2024

1. इलाज से जुड़ी इमर्जेंसी

लंबे वक़्त तक अस्पताल में रहने और इमर्जेंसी सर्जरी से लेकर दवाएं, जांच, दांतों का इलाज और एयर एम्बुलेंस से रेस्क्यू किए जाने तक, ट्रैवल इंश्योरेंस दिवालिया हुए बिना आपको सभी ज़रूरी मेडिकल केयर दे देता है.

2. एक्सीडेंट और थर्ड पार्टी कंपनसेशन

ये पॉलिसी आपकी मृत्यु की दुखद घटना या स्थायी विकलांगता के मामले में आपके लाभार्थियों को फ़ाइनेंशियल फ़ायदा करती है. दुर्घटना की सीमा के आधार पर आपको मुआवज़ा दिया जाएगा.

3. चेक-इन बैग में देरी या इसका खो जाना

इसके लिए ट्रैवल इंश्योरेंस आपको कवर करेगा. आपको बस एक प्रॉपर्टी इरैग्युलैरटी रिपोर्ट (PIR) दर्ज करनी होगी और 24 घंटे के अंदर औपचारिक शिकायत दर्ज करनी होगी. PIR आपके खोए हुए सामान की रसीद के तौर में काम करता है.

4. ट्रैवल कैंसिल होना या रुकावट आना

ट्रैवल इंश्योरेंस चाहे बीमारी हो, पारिवारिक इमर्जेसी हो, राजनीतिक अशांति हो या कोई दूसरा ख़तरा हो, यात्रा बीमा उड़ानों, होटलों और गतिविधियों जैसे नॉन-रिफ़ंडेबल ख़र्च कवर करता है.

5. फ़्लाइट कैंसिल होने पर 

अगर एयरलाइन आपकी उड़ान कैंसिल करती है या यात्रा के दौरान कोई दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर असर डालती है, तो इंश्योरेंस पॉलिसी ऐसी बुकिंग की फ़ीस को कवर करती है जिसमें फ़ीस वापस पाने का प्रावधान नहीं होता है.

6. सामान की चोरी

इस मामले में, ट्रैवल इंश्योरेंस आपके सामान में मौजूद सामान की उम्र के आधार पर आपकी भरपाई करेगा. हालांकि, चोरी की रिपोर्ट 24 घंटे के भीतर करना न भूलें.

Travel Insurance 7 तरह के होते हैं

1. डोमेस्टिक ट्रैवल इंश्योरेंस, 2. ग्रुप ट्रैवल इंश्योरेंस, 3. स्टूडेंट ट्रैवल इंश्योरेंस, 4. मल्टी ट्रैवल इंश्योरेंस, 5. सीनियर सिटीज़न ट्रैवल इंश्योरेंस, 6. एशिया ट्रैवल इंश्योरेंस, 7. शेंगेन ट्रैवल इंश्योरेंस.

अगली स्टोरी में 

सोमवार की स्टोरी में हम ये जानेंगे कि ट्रैवल इंश्योरेंस कैसे क्लेम कर सकते हैं. और 6 ख़ास ट्रैवल इंश्योरेंस कैसे कम करते हैं. ज़्यादा जानकारी के लिए पढ़िए नीचे दि गई स्टोरी.