मैं एक रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी हूं. मेरे पास इमरजेंसी के लिए ₹2 से 4 लाख का फ़ंड है. अगर मेरे पास कोई कॉर्पस है तो मैं उसे अलग-अलग एसेट क्लास में कैसे एलोकेट करूं?
इसके बजाए, इसे और दूसरे एसेट क्लास में निवेश का तरीक़ा समझा जाना चाहिए. ऐसे में जब आप इक्विटी म्युचुअल फ़ंड में निवेश करते हैं तो आपको इक्विटी एसेट क्लास का एक्सपोज़र मिलता है.
सॉवरिन गोल्ड बॉन्ड (SGB) में सालाना 2.5% का गारंटीड रिटर्न मिलता हैं. गोल्ड की कीमत भी बढ़ती है. मेच्योरिटी पर बॉन्ड बेचने से आपको जो मुनाफ़ा या कैपिटल गेन मिलता है वो टैक्स फ़्री है.
रक़म का बड़ा हिस्सा इक्विटी और डेट में निवेश करें. या फिर आप अपनी रक़म Mutual Fund और गवर्नमेंट स्कीम में लगा सकते हैं. SCSS, फ़िक्स्ड डिपॉज़िट भी इसी में आते हैं.
आप अपनी पूरी रक़म एग्रेसिव हाइब्रिड या इक्विटी सेविंग्स फ़ंड में लगा सकते हैं. इन फ़ंड में निवेश करने पर भी आपको इक्विटी और डेट का एसेट एलोकेशन मिलेगा.
अगर आपने बाज़ार से जुड़े इन्वेस्टमेंट प्रोडक्टस में पहले निवेश नहीं किया है तो अभी से इसकी शुरुआत करें. आप एग्रेसिव हाइब्रिड या इक्विटी सेविंग्स फ़ंड में निवेश कर सकते हैं.
आपके सवाल के हिसाब से, आपने आपात ज़रूरतों के लिए जो फ़ंड बनाया है, उसका एक हिस्सा लिक्विड फ़ंड, फ़िक्स्ड डिपॉजिट, बैंक अकाउंट में रख सकते हैं.